ईरान ने इजरायल पर 200 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइलों से किया हमला, पश्चिमी देश भड़के
नई दिल्ली। ईरान ने शनिवार (13 अप्रैल) की देर रात इजरायल पर सीधा हमला करते हुए मिसाइलें दागीं. इसके बाद तनाव बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है. इजरायल ने कहा कि ईरान ने 200 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया है. ईरान के इस हमले के बाद पश्चिमी देश भड़क गए हैं. अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी इस हमले की निंदा की है. दोनों देशों के बीच तब तनाव पैदा हो गया था जब इजरायल ने सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के ठिकानों पर हमला किया. जिसमें ईरान का एक टॉप कमांडर मारा गया. इसके बाद तेहरान ने इजरालय को इस एयर स्ट्राइक के गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी. इसके बाद शनिवार रात को ईरान ने इजरायल पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला कर दिया.
वहीं दूसरी ओर अमेरिका और इजरायल के सैन्य अधिकारियों ने ईरान की ओर से दागी गई मिसाइलों और ड्रोन को निष्क्रिय करने का दावा किया है. इस हमले के दौरान आसमान में आतिशबाजी जैसा नजारा देखने को मिला. इसके की वीडियो सोशल मीडिया में सामने आए हैं. वहीं ईरान स्थित अमेरिका के सैन्य ठिकाने पर भी हमला किए जाने जानकारी सामने आई है. बताया जा रहा है कि इजरायल को ईरान के हमले से बचाने के लिए फ्रांस ने भी अपने युद्धपोत दिए हैं. इससे ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में हालात और खराब हो सकते हैं.
बता दें कि कुछ दिन पहले ही इजरायल ने सीरिया स्थित ईरान के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी. इजरायल के इन हमलों में ईरान का एक टॉप कमांडर मारा गया था. इस हमले के बाद तेहरान ने चेतावनी दी थी कि वह इजरायल से इस हमले का बदला जरूर लेगा. उसके बाद से ही इजरायल सतर्क था और उसे कहीं न कहीं इस बाद का अंदेशा था कि ईरान हमला जरूर करेगा. हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ईरान को ऐसा न करने की चेतावनी भी दी थी.
वहीं इजरायल के सुरक्षाबलों ने दावा किया है कि ईरान ने 200 से ज्यादा मिलाइल दागी इन्हें इंटरसेप्ट कर लिया गया है. वहीं दूसरी ओर ईरानी हमले को निष्क्रिय करने के लिए अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन सामने आए हैं. अमेरिका और ब्रिटेन की वायुसेना इजरायल की तरफ से अभियान में जुट गई है. तो वहीं दूसरी तरफ, ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ईरानी हमले से इजरायल को बचाने के लिए फ्रांस ने अपने युद्धपोत को तैनात कर दिया गया है. इन सबके बीच इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र से सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाने की मांग की है, ताकि ईरानी हमले पर ठोस कदम उठाया जा सके.