रूस के हमले के बाद हमने 31 हजार सैनिकों को खोया: जेलेंस्की
कीव। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि रूस के हमले के बाद से हमने अब तक अपने 31 हजार सैनिकों को खोया है। जेलेंस्की ने युद्ध की दूसरी वर्षगांठ के मौके पर कीव में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस सैन्य नुकसान का आंकड़ा पेश किया। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, “मुझे नहीं पता कि मुझे आपको हमारे नुकसान की संख्या बताने का अधिकार है या नहीं। हर एक शख्स एक त्रासदी है। इस युद्ध के दौरान यूक्रेन की सेना के 31,000 सैनिक मारे गए। आखिरी बार यूक्रेन ने दिसंबर 2022 में सार्वजनिक रूप से सैनिकों की मौत का आंकड़े का खुलासा किया था, जब जेलेंस्की के एक सलाहकार ने 13 हजार सैनिकों के मारे जाने की बात बताई थी।
अमेरिका स्थित इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर (आईएसडब्ल्यू) की रिपोर्ट है कि वर्तमान में यूक्रेन के 18 फीसदी क्षेत्र पर रूस का कब्जा है। रूसी सेना का वर्तमान में दोनेत्स्क, लुहान्स्क, जापोरिजिया, खेरसॉन और कुछ हद तक खार्किव के कुछ हिस्सों पर कब्जा है। सेना ने 2014 में क्रीमिया के यूक्रेनी प्रायद्वीप पर कब्जा कर लिया था। भीषण युद्ध के शुरू होते ही पश्चिमी देशों की चिंताएं बढ़ने लगी थी। गौरतलब है कि रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध को रोकने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सुझाव को अमेरिका ने खारिज कर दिया। पुतिन ने पिछले साल मध्यस्थों के जरिए सार्वजनिक और निजी तौर पर अमेरिका को संकेत भेजा था। उन्होंने बताया था कि रूस यूक्रेन में युद्धविराम के लिए तैयार है।
पुतिन यूक्रेन-रूस के संघर्ष को रोकने का प्रयास तो कर रहे थे, लेकिन वह रूस द्वारा नियंत्रित यूक्रेनी जमीन को छोड़ने के लिए भी तैयार नहीं थे। वहीं अमेरिका ने मध्यस्थों के माध्यम से रूस को बताया कि वह यूक्रेन की उपस्थिति के बिना युद्धविराम पर चर्चा नहीं करेंगे। नाम न छापने की शर्त पर एक सूत्र ने बताया कि अमेरिका यूक्रेन पर दवाब नहीं बनाना चाहता है, जिस वजह से बातचीत की कोशिशें नाकाम हो गईं।