भारत में जो पहले असंभव था, आज वो संभव हुआ है : योगी आदित्यनाथ
संभल। भारत में जो पहले असंभव माना जाता था, आज वो संभव हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्र नई समृद्धियों को प्राप्त कर रहा है। यहां आस्था का सम्मान और आजीविका की गारंटी दोनों ही है। पहले की सरकारों ने न तो आस्था का सम्मान किया और ना ही आजीविका ही दी। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐंचोड़ा कंबोह में आयोजित श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह के दौरान कहीं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संभल में स्वागत करते हुए कहा कि भगवान विष्णु के 10वें अवतार की भावी अवतरण भूमि पर प्रधानमंत्री का आगमन हुआ है। अयोध्या में पांच सदी के इंतजार को समाप्त करने और पहली बार संयुक्त अरब अमीरात में भी भव्य मंदिर के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री का आगमन संभल जनपद में हुआ है। पिछले 10 साल में हमने एक नये भारत का दर्शन किया है। इस नये भारत में हर नागरिक को सुरक्षा की गारंटी के साथ ही राष्ट्र को समृद्धि के नये सोपान तक पहुंचाने का संकल्प भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी में काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण, अयोध्या धाम में रामलला का पुन: विराजमान होना, केदारनाथ और बद्रीनाथ का पुनरोद्धार, महाकाल में महालोक की स्थापना नये भारत की तस्वीर है। यहां हर युवा को आजीविका और आस्था की गारंटी भी है। यही मोदी की गारंटी है। पहले की सरकारों ने आस्था के साथ खिलवाड़ किया। वो न आस्था दे पाए और ना ही आजीविका उपलब्ध करा पाए। मगर, आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की परंपराओं को वैश्विक मान्यता मिल रही है। हर साल 21 जून को दुनिया के 200 देश भारत की ऋषि परंपरा से जुड़कर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाते हैं।
सीएम ने कहा कि भारत में जो पहले असंभव था, आज वो संभव हुआ है। यह इसलिए हुआ क्योंकि हमारे पास एक यशस्वी नेतृत्व है। हमें गर्व होता है जब प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान दुनिया के मंच पर होता है। पूरी दुनिया उन्हें उम्मीद की निगाह से देखती है। उन्होंने बताया कि संभल में गंगा एक्सप्रेसवे बन रहा है। 2025 में प्रयागराज कुंभ के दौरान सरकार का प्रयास होगा कि पश्चिमी यूपी के लोग इस एक्सप्रेसवे के जरिए तेज गति से प्रयागराज पहुंचें। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास तेजी से हुआ है। जल्द मुरादाबाद का एयरपोर्ट भी बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज यहां प्रधानमंत्री का आगमन हुआ है, जहां कलियुग और सतयुग के संधिकाल में भगवान विष्णु के दसवें अवतार कल्कि का अवतरण होगा। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद जो शुरुआत हुई है, उसी क्रम में प्रधानमंत्री यहां पहुंचे हैं।
इस अवसर पर आचार्य प्रमोद कृष्णम्, जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी जी महाराज, स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी सहित बड़ी संख्या में संतजन उपस्थित रहे।