पीएम मोदी ने इन्फिनिटी फोरम को वर्चुअली संबोधित किया, बोले- भारत रिजिलियंस और प्रोग्रेस का एक शानदार उदाहरण बनकर उभरा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इन्फिनिटी फोरम 2.0 के दूसरे संस्करण को वर्चुअली संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने इन्फिनिटी फोरम के पहले संस्करण का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि, दिसंबर 2021 में हम पहले इन्फिनिटी फोरम के दौरान मिले थे. उन्होंने कहा कि महामारी की वजह से दुनिया में उभल-पुथल थी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, हर कोई ग्लोबल इकोनोमिक ग्रोथ को लेकर आशंकित था. ये चिंता आज भी खत्म नहीं हुई. जियो पॉलिटिकल टेंशन, हाई इन्फ्लेशन और डेट लेवल्स की मुश्किलें आज सभी अच्छी तरह से जानते हैं. ऐसे समय में भारत रिजिलियंस और प्रोग्रेस का एक शानदार उदाहरण बन कर उभरा है.”
पीएम मोदी ने कहा कि, “ऐसे महत्वूपूर्ण कालखंड में गिफ्ट सिटी में 21वीं सदी की आर्थिक नीतियों पर मंथन होना गुजरात का गौरव बढ़ाने वाला है. भारतीय व्यवस्था ने इस वित्तीय वर्ष के 6 महीने में ही 7.7% की दर से प्रगति की है.” इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के लोगों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि, “हाल ही में गुजरात के पारंपरिक डांस गरबा को यूनेस्को ने इन्क्रेडिबल कल्चरल हेरिटेज में शामिल किया है. ये अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है. गुजरात की सफलता देश की सफलता है.” पीएम मोदी ने कहा कि कुछ महीने पहले वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने भी कहा है कि भारत में निवेश का बेहतर माहौल बना है. आज पूरी दुनिया भारत से उम्मीदें लगाए हुए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, “आज भारत की ग्रोथ स्टोरी ने दुनिया को दिखाया है कि जब पॉलिसी को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए, जब गुड गवर्नेंस के लिए पूरी ताकत लगाई जाए. जब देश और देशवासियों का हित ही आर्थिक नीतियों का आधार हो, तो क्या नतीजे मिलते हैं. भारतीय व्यवस्था ने इस वित्तीय वर्ष के 6 महीने में ही 7.7% की दर से प्रगति की है.” पीएम मोदी ने कहा कि, आज विश्व के सामने खड़ी सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक क्लाइमेट चेंज है. उन्होंने कहा कि विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक होने की वजह से भारत भी इन चिंताओं को कम नहीं आंकता है, इसको लेकर हम सचेत हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत से उम्मीदें लगाए हुए है और ये ऐसे ही नहीं हुआ है. ये भारत की मजबूत होती अर्थव्यवस्था और पिछले 10 वर्षों में किए गए परिवर्तनकारी सुधार का प्रतिबिंब है.