
उत्तरकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में पिछले दस दिन से फंसे मजदूर सुरक्षित हैं। आज मंगलवार को एंडोस्कोपिक फ्लेक्सी कैमरे के जरिए पहली बार मजदूरों को देखा गया। सभी मजदूर सुरक्षित हैं और जल्द ही बाहर निकलने की उम्मीद लगाए हुए हैं। मजदूरों से अधिकारियों ने भी बात की।
श्रमिकों को बचाने को लेकर रेस्क्यू अभियान तेज कर दिया गया है। मंगलवार को विशेषज्ञों की निगरानी में पाइप डालने का काम जारी है। आज बचाव दल को बड़ी सफलता मिली है। अब मजदूरों तक खाना भी पहुंचा जा रहा है और दूसरी ओर पहली वीडियो भी मजदूरों की सामने आई है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सभी एजेंसियां, इंजीनियर, तकनीशियन और विशेषज्ञ इस पर काम कर रहे हैं। उनकी कड़ी मेहनत से अब छह इंच की पाइपलाइन के माध्यम से भोजन भेजा जा रहा है। यह निश्चित रूप से हमारे लिए उत्साहजनक है।
हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि बचाव अभियान जल्द से जल्द समाप्त होगा और हमारे सभी कार्यकर्ता सुरक्षित बाहर आएंगे। प्रधानमंत्री हर दिन विवरण एकत्र कर रहे हैं और हमें हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।
मजदूरों को भेजे गए संतरे
सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को आज छह इंच के पाइप से फल भेजे गए हैं। अंदर फंसे मजदूरों के परिजनों का कहना है कि उन्हें खुशी है कि अंदर फंसे सभी लोग सुरक्षित हैं और उन्हें आज दसवें दिन फल भेजे गए हैं।
ये हैं आज के बड़े अपडेट
1-टनल के भीतर रात तीन बजे छह इंच की पाइप लाइन ब्लॉक हुई थी, जिसे फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने पानी के प्रेशर से साफ किया। इसके बाद ही कैमरा अंदर जा पाया।
2- एसजेवीएन की मशीन आज दोपहर तक टनल के ऊपर पहुंचने की उम्मीद। शाम या रात को शुरू हो सकती है वर्टिकल ड्रिल।
3- टनल के भीतर अमेरिकी ऑगर मशीन को जल्दी ही शुरू करने की तैयारी।
4- टनल में फंसे मजदूरों को फल जैसे संतरे भेजे गए।
5- परिजन टनल में पहुंचे। अपनों से बात करके संतुष्ट दिखे।
6- आज टनल के आसपास भारी बंदिशें हैं, सरकारी वाहन भी नहीं जाने दे रहे। यूपीसीएल के इंजीनियरों को टनल के ऊपर विद्युतीकरण करने जाना है लेकिन पास के बहाने उन्हें रोका गया।
7- आरवीएनएल ने टनल के ऊपर आठ इंच के लाइफलाइन पाइप की ड्रिल को बेस बनाया।
पीएम मोदी ने सीएम धामी से लिया फीडबैक
पीएम नरेंद्र मोदी ने सीएम पुष्कर सिंह धामी को फोन कर सिलक्यारा में चल रहे बचाव कार्यों का फीडबैक लिया। कहा, केंद्र द्वारा आवश्यक उपकरण व संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। केंद्र और राज्य की एजेंसियों के परस्पर समन्वय से श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। वहीं, सीएम धामी ने उन्हें श्रमिकों से एंडोस्कोपिक कैमरे की मदद से हुई बातचीत एवं उनकी कुशलता की जानकारी भी दी।