नेपाल में आए भूकंप में मृतकों की संख्या 130 के पार, 140 से अधिक लोग घायल
काठमांडू। नेपाल में आये जोरदार भूकंप से मरने वालों की संख्या 130 के पार हो गई है। भूकंप का केंद्र नेपाल का जाजरकोट था और इसका असर दिल्ली समेत उत्तर भारत के राज्यों में भी महसूस किया गया। रात 11.47 बजे आए 6.4 तीव्रता के इस भूकंप में सबसे अधिक नुक़सान करनाली प्रांत के जाजरकोट और रुकुम पश्चिम में हुआ है। नेपाली पुलिस के प्रवक्ता कुबेर कादायत ने बताया कि सबसे अधिक जाजरकोट में 92 और रुकुम पश्चिम में 36 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा 140 से अधिक लोग घायल हैं।
एजेंसियों को डर है कि मौत का आंकड़ा अभी काफी ज्यादा बढ़ सकता है। रात के कारण बचाव कार्य सिर्फ कुछ इलाकों में ही संभव हो पाया है। इस भूकंप को उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में भी महसूस किया गया। राजधानी लखनऊ समेत कई शहरों और कस्बों में लोग अपने घरों से निकल आए।
नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने कहा कि भूकंप की तीव्रता 6.4 थी, लेकिन जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (जीएफजेड) ने बाद में तीव्रता को घटाकर 5.7 कर दिया और अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने इसकी तीव्रता 5.6 आंकी। स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि जजरकोट में भूकंप के केंद्र के पास के क्षेत्र में संपर्क स्थापित करना संभव नहीं था। जजरकोट 190,000 की आबादी वाला नेपाल का एक पहाड़ी जिला है, जहां सुदूर पहाड़ियों में बिखरे हुए गांव बसे हुए हैं। जजरकोट के स्थानीय अधिकारी हरीश चंद्र शर्मा ने कहा कि उनके जिले में कम से कम 34 लोग मारे गए हैं।
पड़ोसी रुकुम पश्चिम जिले में, पुलिस अधिकारी नामराज भट्टाराई ने कहा कि कम से कम 35 लोगों की मौत की सूचना मिली है। भट्टराई ने कहा, “बचाव और खोज टीमों को प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए भूकंप के कारण सूखे भूस्खलन से अवरुद्ध सड़कों को साफ करना होगा।” रामिदंडा, जहां भूकंप का केंद्र है, अधिकारी अभी तक नहीं पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने सोशल मीडिया एक्स, जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था, पर एक पोस्ट में भूकंप में जान-माल के नुकसान पर गहरा दुख व्यक्त किया और सुरक्षा एजेंसियों को तत्काल बचाव और राहत अभियान शुरू करने का आदेश दिया।