राष्ट्र की समृद्धि और सामर्थ्य को नई गति प्रदान करेगी यह दिव्य इमारत: पीएम मोदी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को एक भव्य कार्यक्रम में नए संसद भवन को देश को समर्पित किया। इस मौके पर उन्होंने नए भवन के निर्माण में लगे श्रमजीवियों को सम्मानित भी किया। इसके बाद प्रधानमंत्री सर्व-धर्म प्रार्थना सभा में शामिल हुए और विभिन्न लोगों से मुलाकात की।
नए संसद भवन का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन हम सभी देशवासियों के लिए अविस्मरणीय है। संसद का नया भवन हम सभी को गर्व और उम्मीदों से भर देने वाला है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह दिव्य और भव्य इमारत जन-जन के सशक्तिकरण के साथ ही राष्ट्र की समृद्धि और सामर्थ्य को नई गति और शक्ति प्रदान करेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि साथियों ये सिर्फ एक भवन नहीं है। यह 140 करोड़ भारतवासियों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतिबिंब है। यह विश्व को भारत के दृढ़ संकल्प का संदेश देता है। हमारे लोकतंत्र का यह मंदिर है। यह नया संसद भवन योजना को यथार्थ से, नीति को निर्माण से, इच्छाशक्ति को क्रियाशक्ति से, संकल्प को सिद्धी से जोड़ने वाली अहम कड़ी साबित होगा।
उन्होंने कहा यह नया भवन हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने का माध्यम बनेगा। यह नया भवन नए भारत के सूर्योदय का साक्षी बनेगा। यह भवन विकसित भारत के संकल्पों की सिद्धी होते हुए देखेगा। हर देश की विकास यात्रा में कुछ पल ऐसे आते हैं, जो हमेशा के लिए अमर हो जाते हैं। कुछ तारीखें समय के ललाट पर इतिहास का अमिट हस्ताक्षर बन जाती हैं। आज 28 मई 2023 का यह दिन ऐसा ही शुभ अवसर है।
प्रधानमंत्री ने कहा देश आजादी के 75 वर्ष होने पर अमृत महोत्सव मना रहा है। इस महोत्सव में भारत के लोगों ने अपने लोकतंत्र को संसद के इस नए भवन का उपहार दिया है। आज सुबह ही संसद भवन परिसर में सर्वपंथ प्रार्थना हुई है। मैं सभी भारतवासियों को भारतीय लोकतंत्र के स्वर्णिम क्षण की बहुत बधाई देता हूं।
नए संसद भवन के उद्घाटन पर पीएम मोदी ने जारी किया 75 रुपये का स्मारक सिक्का। इस सिक्के का निर्माण कोलकाता की टकसाल में किया गया। यह सिक्का चांदी, तांबे और निकेल से बनकर तैयार हुआ है। पीएम मोदी ने डाक टिकट भी जारी किया।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि पूरा देश इस क्षण का साक्षी बना है। मैं प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व के प्रति कृतज्ञ हूं। नया संसद भवन ढाई साल के अल्प समय में बनकर तैयार हो गया। नए भवन में वास्तुशिल्प, कला और शिल्प का अद्भुत उदाहरण है।
ओम बिरला ने कहा कि पिछले वर्षों में पक्ष-विपक्ष के कई सांसदों ने संसद के नए भवन के निर्माण की मांग की थी। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों की आग्रह को मानते हुए कुछ ही समय में संसद के नए भवन का निर्माण कराया।
राज्यसभा के उप-सभापति हरिवंश ने नई संसद में अपने पहले संबोधन में कहा कि यह ऐतिहासिक दिन है। यह बेहद खुशी की बात है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में नई और आधुनिक संसद ढाई साल से भी कम समय में बनकर तैयार हुई है। उप-सभापति ने सदन में उपराष्ट्रपति का संदेश भी पढ़कर सुनाया।