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उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मदरसों का विश्वास जीतने में क़ामयाब, मदरसों ने सर्वे में किया सहयोग – डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में इतने शानदार तरीक़े से सर्वे कराना मील का पत्थर साबित हुआ। मदरसों को मुख्यधारा में लाकर शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाना सर्वे का मुख्य मक़सद है़। उक्त बातें उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद के चेयरमैन डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने जारी एक बयान में कही।

उन्होंने कहा कि दीनी तालीम के साथ-साथ दुनियावी तालीम को बढ़ावा देना बेहद ज़रूरी है। डॉ. जावेद ने कहा कि सर्वे के शुरुआत में जिस तरह से चंद ख़ानदानी लोगों ने हौवा खड़ा किया लेकिन संवाद के ज़रिए संविधान की हद में रहकर ग़ैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराया गया। सर्वे के सफल कार्य के द्वारा एक अच्छा संदेश पूरे उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक मिसाल बनाने में क़ामयाबी मिली। सर्वे के पीछे किसी भी किस्म की कोई भी साजिश ना होकर बल्कि मदरसों में शिक्षा के स्तर को आगे बढ़ाना व बच्चों को देश की मुख्यधारा में लाकर उनका बेहतर विकास करना है।
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डॉ. जावेद ने मदरसों के सर्वे विधिवत संपन्न होने के बाद अब 15 नवंबर तक पूरी रिपोर्ट आ जाएगी जिसमें करीब 8,500 मदरसों का डाटा हमें प्राप्त होगा लेकिन जिस शानदार तरीक़े से यह सर्वे का कार्य संपन्न हुआ है यह वाकई काबिल-ए-तारीफ़ है। जो लोग भी इस सर्वे से वैध-अवैध असली-नकली व फ़र्जी का डाटा चाहते हैं उन्हें 15 नवंबर के बाद और गहरी निराशा लगेगी क्योंकि यह सामान्य डाटा प्राप्त करने का सर्वे था ना कि किसी की वैधता-अवैधता का।

चेयरमैन ने साफ शब्दों में कहा कि मदरसों के सर्वे स्कूलों, कॉलेजों व विश्विद्यालयों के सामान्य सर्वे की तरह ही था ना कि असली और नकली आधारित। मदरसे अंत्योदय की तर्ज़ पर पंक्ति में खड़े अंतिम बच्चे तक शिक्षा पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं जिसकी जितनी भी प्रशंसा की जाय वह कम होगी। मदरसे कमज़ोर घरों के बच्चों को शिक्षित करने का कार्य कर रहे हैं, ऐसे अभिभावक अपने बच्चों को कॉन्वेंट स्कूलों में शिक्षा नहीं दिला सकते उन बच्चों को शिक्षित कर समाज में खड़ा कर राष्ट्र की मुख्यधारा से जोड़ते हैं। ऐसे मदरसे शिक्षा के स्तर को बढ़ाते हुए साक्षरता दर को बढ़ाने में भी बड़ी भूमिका अदा करते हैं। उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड किसी भी मदरसे को अवैध व फ़र्जी बिलकुल नहीं मान रहा क्योंकि बोर्ड ने पिछले सात साल से किसी भी नए मदरसे को मान्यता नहीं दी है। डॉ.

उन्होंने कहा कि इस सर्वे से प्रदेश में खुले नए मदरसों के बारे में जानकारी प्राप्त करना था जिससे हम वहां पढ़ने वाले बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे सकें। मदरसों के साधारण सर्वे के सफलतापूवर्क संपन्न होने से गदगद चेयरमैन डॉ. जावेद ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रधामनंत्री का नारा सबका साथ सबका विकास में मदरसों में सबका विश्वास का संचार हुआ है़। प्रदेश की योगी सरकार द्वारा जो भी नियम बनाये जा रहे उसमें मदरसे बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं।

डॉ. जावेद ने कहा कि मदरसों में सुबह की प्रार्थना में राष्ट्रगान बहुत अच्छे से हो रहा, आज़ादी का अमृत महोत्सव में मदरसों ने रिकॉर्ड तोड़ प्रभात फेरियां व अन्य कार्यक्रमों द्वारा प्रधानमंत्री की भावनाओं का सम्मान किया। प्रदेश की योगी सरकार अपनी साफ़ नीयत और मज़बूत एवं पारदर्शी योजनाओं व कार्यक्रमों की बदौलत मदरसों का विश्वास प्राप्त करने में क़ामयाब हुई है़। डॉ. जावेद ने मदरसों के सफल सर्वे पर सभी लोगों का आभार जताते हुए कहा कि मदरसों से जुड़े लोगों ने विपक्ष द्वारा फैलाए जा रहे दुष्प्रचार पर भी करारा जवाब दिया जो मुसलमानों को केवल वोट बैंक के नज़रिए से देखते हैं।

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