जामिया यूनिवर्सिटी की स्कॉलर सफूरा जरगर का एडमिशन रद्द, छात्रों ने किया विरोध प्रदर्शन
नई दिल्ली। जामिया यूनिवर्सिटी में एमफिल की स्कॉलर सफूरा जरगर का बीते 22 अगस्त को समय पर थीसिस जमा नहीं करने के कारण से एडमिशन रद्द कर दिया गया, जिसके बाद से ही जामिया कैंपस में सफूरा के पक्ष में नारेबाजी हो रही है।
यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से बताया गया कि सफूरा जरगर ने इसके खिलाफ वाइस चांसलर को चिट्ठी लिखी है।
“In anticipation of the approval of the same of the Faculty committee”
The usually snail-paced Jamia admin moving at light speed to cancel my admission, foregoing all due process.
Let it be known, it breaks my heart but not my spirit. pic.twitter.com/2t0Nos9qiK— Safoora Zargar (@SafooraZargar) August 29, 2022
सफूरा ने यूनिवर्सिटी से मिले नोटिस को भी ट्वीट के साथ शेयर किया है, जिसमें एडमिशन रद्द होने की जानकारी दी गई है। 26 अगस्त को जारी नोटिस के मुताबिक उनकी एमफिल रद्द कर दी गई है क्योंकि उनकी सुपरवाइजर प्रोफेसर कुलविंदर कौर के मुताबिक प्रोग्रेस रिपोर्ट संतोषजनक नहीं है और स्कॉलर ने अधिकतम समय सीमा बीत जाने के बाद भी अतिरिक्त समय के लिए अप्लाई नहीं किया। स्कॉलर ने निर्धारित 5 सेमेस्टर और कोरोना की वजह से मिले एक अतिरिक्त 6वें सेमेस्टर (6 फरवरी 2022) तक अपनी एमफिल डिजर्टेशन सब्मिट नहीं की।
बता दें कि सफूरा जरगर 2020 में CAA/NRC विरोधी प्रोटेस्ट में शामिल थीं और दिल्ली दंगों की आरोपी भी हैं। जरगर के पक्ष में जामिया में हुई नारेबाजी के वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिस पर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ भी आ रही हैं।