उत्तराखंड में 1202 मोबाइल टावरों की मंजूरी, राज्य के इन जिलों को होगा सबसे अधिक फायदा
केंद्रीय संचार मंत्रालय ने उत्तराखंड में मोबाइल कनेक्टिविटी को विस्तार देने के लिए 1202 बीएसएनएल के मोबाइल टावर को मंजूरी दे दी है। केंद्र सरकार एक मोबाइल टावर पर एक करोड़ रुपये खर्च करेगी। नई दिल्ली के दौरे पर गए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को एक शिष्टाचार भेंट में केंद्रीय संचार मंत्री अश्वनी वैष्णव से यह मसला उठाया था।
केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री को उन सभी स्थानों की सूची सौंपी है, जहां मोबाइल टावर लगाए जाने की आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने बताया कि मोबाइल कनेक्टिविटी न होने की वजह से इन इलाकों के लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। केंद्रीय संचार मंत्री ने उनसे सहमति जताते हुए प्रस्ताव पर अपनी सहमति प्रदान की।
मोबाइल टावर लगाए जाने से सबसे ज्यादा फायदा सीमांत जिले पिथौरागढ़, चमोली और उत्तरकाशी जिलों को होगा। इन जिलों के अलावा राज्य के अन्य पर्वतीय जिलों और मैदानी जिलों के ग्रामीण इलाकों में भी कनेक्टिविटी की समस्या दूर हो सकेगी।
किस जिले में कितने टावर लगेंगे
अल्मोड़ा में 28, बागेश्वर में 97, चमोली में 123, चंपावत में 103, देहरादून में 56, पौड़ी में 196, हरिद्वार में 06, नैनीताल में 60, पिथौरागढ़ में 245, रुद्रप्रयाग में 20, टिहरी में 114, यूएसनगर में 05, उत्तरकाशी में 149 मोबाइल टावर लगेंगे।