देश की सबसे युवा और पहली आदिवासी राष्ट्रपति बनीं द्रौपदी मुर्मू
देश की महिलाओं के लिए 21 जुलाई का दिन एक बार फिर खुश होने की एक खास वजह लेकर आया है। 15 साल पहले इसी दिन देश को प्रतिभा पाटिल के रूप में पहली महिला राष्ट्रपति मिलीं थी, और आज 15 साल बाद फिर भारत को द्रौपदी मुर्मू के रूप में देश के पंद्रवहें राष्ट्रपति के तौर पर दूसरी महिला राष्ट्रपति मिली हैं। महत्वपूर्ण बात ये है कि देश में पहली बार किसी महिला आदिवासी प्रत्याशी को वरीयता दी गई है।
NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा के बीच कहने को तो सीधा मुकाबला था, लेकिन द्रौपदी मुर्मु की दमदार जीत हुई है। मुर्मू को NDA दलों के साथ ही शिवसेना, BJD और YSR कांग्रेस का समर्थन प्राप्त हुआ। वहीं यशवंत सिन्हा को कांग्रेस, TMC, NCP और SP का समर्थन मिला है।
द्रौपदी मुर्मू की जीत की घोषणा होते ही देशभर में जश्न शुरू हो गया है।ओडिशा के रायरंगनगर में द्रौपदी मुर्मू की जीत के लिए जश्न मनाने की तैयारी सुबह से ही जारी है। लोगों ने 20 हजार लड्डू बनवाए हैं। इसके अलावा आदिवासी डांस और विजय जुलूस भी निकाले गये हैं। बताया जा रहा है कि, द्रौपदी मुर्मू के उपरबेड़ा गांव में जीत से पहले ही पूरे गांव में जश्न मनाया गया। ग्रामीणों ने गांव में विजय दिवस मनाने की तैयारी की वहीं पूरा गांव आज छुट्टी भी मना रहा है।
द्रौपदी की जीत से BJP आदिवासी समुदाय सहित पूरे देश और खासतौर पर महिलाएं में खास संदेश देना चाहती है। जिससे मुख्य धारा से कटे इस समुदाय में राजनीतिक मैसेज जाए कि प्रधानमंत्री मोदी और BJP ही ऐसी पार्टी है जो सत्ता के लिए नहीं बल्कि देश के वंचित तबकों और वर्गों के लिए काम करते हैं। यही वजह है कि पार्टी कार्यकर्ताओं को जीत के बाद पोस्टर में द्रौपदी मुर्मू के साथ किसी और नेता की तस्वीर न लगाने के सख्त निर्देश दिए हैं। माना जा रहा है कि पार्टी राष्ट्रपति चुनाव से ही 2024 में होने वाले आम चुनाव की तैयारी में जुट गई है।
बता दें कि भाजपा ने 21 जून को मुर्मू को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया था, तब NDA के खाते में 5 लाख 63 हजार 825, यानी 52% वोट थे। वहीं 24 विपक्षी दलों के साथ होने पर सिन्हा के साथ 4 लाख 80 हजार 748 यानी 44% वोट माने जा रहे थे। बीते सोमवार यानी 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए मतदान हुआ था जिसके बाद आज गुरूवार को वोटों की गिनती हुई है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई की मध्य रात्रि को खत्म हो रहा है। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होगा।
इसके अलावा आपको बता दें प्रतिभा देवीसिंह पाटिल आज ही के दिन 2007-2012 तक देश की 12वीं राष्ट्रपति बनीं थी। वह देश का यह सर्वोच्च संवैधानिक पद ग्रहण करने वाली पहली महिला थीं। वह 21 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव में विजयी रहीं और 25 जुलाई 2007 को उन्हें राष्ट्रपति के रूप में शपथ दिलाई गई। और एक बार फिर देश को पंद्रवहें राष्ट्रपति के तौर पर दूसरी महिला राष्ट्रपति मिल गई हैं।