राजस्थान के उदयपुर में दो लोगों ने दर्जी कन्हैया लाल की दिनदहाड़े हत्या कर दी। आरोपियों ने हत्या करने के बाद एक वीडियो जारी करते हुए इसे इस्लाम के अपमान का बदला बताया। वहीं, इस घटना के विरोध में हिन्दू संगठनों ने आक्रोश जताया है।
हिन्दू संगठनों ने मंगलवार को विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने देहली गेट पर एकत्रित होकर प्रदर्शन किया और हत्यारों का पुतला फूंका। उन्होंने हत्यारों को फांसी की सजा की मांग की है। साथ ही मृतक के एक परिजन को सरकारी नौकरी, पचास लाख रुपए के मुआवजे की मांग की है। नामजद रिपोर्ट दर्ज कराए जाने के बावजूद कार्रवाई नहीं किए जाने पर थानाधिकारी के निलंबन की मांग की है। बता दें कि हत्या के बाद अपराधियों के वीडियो जारी किए जाने पर उदयपुर जिले में इंटरनेट सेवाएं अगले 24 घंटे के लिए बंद कर दी गईं।
इस तरह खुलेआम हत्या के बाद वीडियो वायरल कर चुनौती देने को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने संप्रभुता और धर्मनिरपेक्षता को चुनौती देने का आरोप लगाया है। इधर घटना के विरोध में दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने समाज के लोगों के साथ मिलकर प्रदर्शन प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन करने की घोषणा की है।
इसके अलावा उदयपुर की घटना को लेकर हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास ने केंद्र सरकार से इस मामले को हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए कहा कि जिस प्रकार से देश में संतों की हत्या की जा रही है या निंदनीय है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार को इस पूरे मामले पर विचार करना होगा तो वही राजस्थान सरकार पर आरोप लगाया कि इस प्रकार से इस मामले का वीडियो सामने आया है लेकिन राजस्थान सरकार ने कोई कार्यवाही नहीं की है।