राम जानकी मंदिर पर बिक रही बाबा बिरयानी, मुख्तार बाबा पर मुकदमा, पाक नागरिक समेत 14 लोगों को बनाया गया आरोपित
मशहूर बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा पर शिकंजा कसता जा रहा है. अब उन पर राम जानकी मंदिर की जमीन पर बिरयानी की दुकान बनाने का आरोप लगा है. इस आरोप में बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा के खिलाफ दो और एफआईआर दर्ज की है. पुलिस ने राम जानकी मंदिर पर कब्जा कर वहां बाबा बिरयानी होटल बनाने के आरोप में एक और मामला दर्ज किया है. अब तक मुख्तार बाबा के खिलाफ कुल तीन एफआईआर दर्ज की गई है और उनपर शिकंजा कसता जा रहा है.
बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा पर चमनगंज थाने में दो और बजरिया थाने में एक एफआईआर दर्ज की गयी है. मुख्तार बाबा, पाकिस्तानी नागरिक आबिद रहमान समेत 14 लोगों को आरोपी बनाया गया है. इसके अलावा एक केस में मुख्तार बाबा की मां समेत परिजनों पर जमीन कब्जाने, धोखाधड़ी समेत कई गंभीर मामले दर्ज किए गए हैं.
बता दें कि सरकारी रिकॉर्ड में जो जगह राम-जानकी मंदिर के रूप में दर्ज है, वहाँ आज बिरयानी का रेस्टोरेंट चल रहा है। यहाँ भगवान श्रीराम का मंदिर था, जहां अस्सी के दशक तक पाठ पूजा हुआ करती थी। लेकिन अब मंदिर जर्जर हालत में है और इसका कुछ ही भाग बचा हुआ है। मंदिर के अन्य हिस्सों को तोड़कर उसका इस्तेमाल रेस्टोरेंट की रसोई के तौर पर किया जा रहा है। ऐसा बताया जाता है कि मुख़्तार कभी राम-जानकी मंदिर के एक हिस्से में साइकिल रिपेयरिंग का काम किया करता था। बताया यह भी जा रहा है कि रेस्टोरेंट बनाने के लिए मंदिर ट्रस्ट के सामने हिंदुओं की जो 18 दुकानें थीं उसे भी एक-एक कर तोड़ डाला गया।
शत्रु संपत्तियों की तलाश के दौरान यह बात सामने आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह स्थान कानपुर के बेकनगंज स्थित डॉक्टर बेरी चौराहा पर है। भवन रिकॉर्ड में राम-जानकी मंदिर ट्रस्ट का है।
3 जून को जुम्मे की नमाज के बाद कानपुर के कुछ इलाकों में जमकर मजहबी पत्थरबाजी और हिंसा हुई थी। मामला दुकान बंद कराने को लेकर शुरू हुआ था और देखते ही देखते दो समुदाय आमने-सामने आ गए थे। हिंसा के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया।
उत्तर प्रदेश की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम हिंसा के बाद से ही कई संदिग्ध लोगो की धरपकड़ कर रही है। दंगों के मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी से जब पूछताछ आरंभ की गई थी तो उसने कई बड़े नामों का खुलासा किया था, साथ ही उसने बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा का नाम भी बताया था, जिनसे वह संपर्क में था। हाशमी ने क्राउडफंडिंग की सहायता से पैसा एकत्र किया था, इसमें मुख्तार बाबा ने उसकी सहायता की थी। यह भी ज्ञात हुआ है कि मुख्तार बाबा पर पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
एसआईटी ने बताया कि बाबा बिरयानी ही वो व्यक्ति था, जो पत्थरबाजी के लिए बुलाए गए लोगों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था करता था इसके अतिरिक्त वह दंगाइयों को पैसा भी बांटता था, और इसके लिए हाशमी उसकी सहायता करता था। हिंसा के बाद से ही मुख्तार फरार चल रहा था, बुधवार को ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने मुख्तार की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने बताया, “कई नाम सामने आए हैं। इनसे पूछताछ की जा रही है। मुख्तार बाबा का नाम भीड़ की फंडिंग में सामने आया था। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।”