आखिर क्यों छोड़ देंगे Azam Khan रामपुर, जानें क्या है वजह ?
समाजवादी पार्टी के विधायक आजम खां ने कहा कि हुजूर की शान में गुस्ताखी करने वाले लोग बदनसीब हैं। उन्हेंं उनके नसीब पर, उनके हाल पर छोड़ दो। तानाशाही किसी की नहीं रही। हमने बाबरी मस्जिद को लेकर तहरीक चलाई, लेकिन कभी किसी हिंदू देवी देवता के खिलाफ नहीं बोले, अगर कोई साबित कर दे तो हम रामपुर छोड़ देंगे।
आजम खां करीब सवा दो साल बाद सीतापुर जेल से छूटकर आए हैं। उन्होंने ढाई साल बाद किसी जनसभा को संबोधित किया। रविवार रात पौने दस बजे किले के मैदान में सपा प्रत्याशी आसिम राजा के समर्थन में हुई जनसभा में बोले, रामपुर वालों पर बहुत जुल्म किया गया। हमारे ऊपर तो जुल्म की इन्तहा हो गई। हमने कोई गुनाह नहीं किया। जिन जमीनों का पूरा भुगतान किया गया। उन्हें कब्जाने के मुकदमे दर्ज करा दिए। हमें भू माफिया घोषित कर दिया।
कहा हमें, हमारी पत्नी व बेटे को लंबे समय तक जेल में रखा गया। जेल में हमें मारने की साजिश थी। हमारे सामने ऐसे हालात बना दिए गए थे कि हम खुदकशी कर लें। हम अगर खुदकशी कर लेते तो दूसरे भी ऐसा करने लगते। लेकिन, हमने हिम्मत नहीं हारी। जुल्म के खिलाफ लड़ते रहे हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे। हमारा गुनाह सिर्फ इतना है कि गरीबों के बच्चों के हाथों में कलम देने की कोशिश की।
उन्हें डाक्टर व इंजीनियर बनाने का सपना देखा, इसलिए हम पर जुल्म किए गए, लेकिन हम गरीब बच्चों को अच्छी तालीम दिलाने की मुहिम शुरू की है। उसे आगे जारी रखना है। उन्होंने कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट से न्याय मिला है। सुप्रीम कोर्ट न होता तो जाने किया होता। उन्होंने सपा प्रत्याशी आसिम राजा को बेदाग छवि का व इमानदार बताते हुए कहा कि उनकी जीत रामपुर की जनता की जीत होगी।
इस मौके पर अब्दुल्ला आजम ने कहा कि देश के मौजूदा हालात बहुत खराब है। मतदान करते समय हमें इस बात को ध्यान में रखना है कि कौन सी पार्टी देश व समाज का भला चाहती है और कौन सी पार्टी बर्बाद कर रही है। इस अवसर पर चमरौआ विधायक नसीर अहमद खां, जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गोयल, सपा प्रत्याशी आसिम राजा, पालिकाध्यक्ष फात्मा जबी, बिलारी के विधायक फईम, ओमेंद्र चौहान, नासिर सुल्तान, सम्भल के पूर्व जिलाध्यक्ष फिराज खां, मुईन पठान आदि मौजूद रहे।