बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने प्रयागराज में हिंंसा भड़काने के मुख्य आरोपी जावेद के घर को बुलडोजर से ध्वस्त करने की योगी आदित्यनाथ सरकार की कार्रवाई को एक समुदाय विशेष को टारगेट किया जाना बताया। मायावती ने कहा कि जिनकी वजह से देश की बदनामी हुई उनके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय पक्षपात करते हुए घरों को ध्वस्त किया गया। ये दोषपूर्ण है। जिसका कोर्ट संज्ञान ले।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘यूपी सरकार एक समुदाय विशेष को टारगेट करके बुलडोजर विध्वंस व अन्य द्वेषपूर्ण आक्रामक कार्रवाई कर विरोध को कुचलने एवं भय व आतंक का जो माहौल बना रही है यह अनुचित व अन्यायपूर्ण। घरों को ध्वस्त करके पूरे परिवार को टारगेट करने की दोषपूर्ण कार्रवाई का कोर्ट जरूर संज्ञान ले।’
मायावती ने कहा कि इस समस्या की मूल जड़ नूपुर शर्मा व नवीन जिन्दल हैं जिनके कारण देश का मान-सम्मान प्रभावित हुआ व हिंसा भड़की, उनके विरुद्ध कार्रवाई नहीं करके सरकार द्वारा कानून के राज का उपहास क्यों? दोनों आरोपियों को अभी तक जेल नहीं भेजना घोर पक्षपात व दुर्भाग्यपूर्ण। तत्काल गिरफ्तारी जरूरी।
बसपा प्रमुख ने सत्ता पक्ष पर हमलावर होते हुए कहा कि, ‘सरकार द्वारा नियम-कानून को ताक पर रखकर आपाधापी में किए जा रहे बुलडोजर विध्वंसक कार्रवाईयों में न केवल बेगुनाह परिवार पिस रहे हैं बल्कि निर्दोषों के घर भी ढह दिए जा रहे हैं। इसी क्रम में पीएम आवास योजना के मकान को भी ध्वस्त कर देना काफी चर्चा में रहा, ऐसी ज्यादती क्यों?’
बता दें कि मायावती ने भी इस मामले में भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की थी। मायावती ने कहा था कि देश में सभी धर्मों का सम्मान जरूरी। किसी भी धर्म के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल उचित नहीं। इस मामले में बीजेपी को भी अपने लोगों पर सख्ती से शिकंजा कसना चाहिए। केवल उनको सस्पेंड व निकालने से काम नहीं चलेगा बल्कि उनको सख्त कानूनों के तहत् जेल भेजना चाहिए।
बता दें कि इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया। अखिलेश ने कहा था कि, नमाज के बाद सभी प्रदर्शनकारी शांति पूर्ण ढ़ंग से विरोध कर रहे थे।