पैगंबर विवादः मुस्लिम अराजकता के खिलाफ लामबंद हुआ हिंदू समाज
पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी के मामले को लेकर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा। टिप्पणी को लेकर जहांं मुस्लिम समाज में काफी नाराजगी है। वहीं हिंदू समाज भी मुस्लिम अराजकता के खिलाफ एकजुट हो गये हैं।
मुस्लिम समाज ने नुपूर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अपना आक्रोश जताया। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद देश के कई शहरों में नूपुर शर्मा के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। इस विरोध प्रदर्शन में हिंसा की घटनाएं भी हुईं और कई जगहों पर आपत्तिजनक नारे भी लगायें गए। इस दौरान भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को भारी मशक्कत भी करनी पड़ी। उत्तरप्रदेश के कई शहरों में जुमे की नमाज़ के बाद हिंसक प्रदर्शन हुए. कई जगह पत्थरबाजी और आगजनी की घटना भी सामने आई.
पैगंबर मोहम्मद पर दिए विवादित बयान को अरब देशों जैसे कतर, कुवैत, पाकिस्तान इंडोनेशिया समेत 10 से ज्यादा मुस्लिम देशों ने पैगंबर पर की गई टिप्पणी की आलोचना की थी। अब नूपुर शर्मा की निंदा कर रहे लोगों के बीच हिंदू संगठन भी लामबंद हो गए हैं। गुजरात के अहमदाबाद में नूपुर शर्मा को लेकर भारी विरोध प्रदर्शन के एक दिन बाद शनिवार को सैकड़ों लोग सरखेज गांधीनगर राजमार्ग पर उनके समर्थन में एकत्र हुए।
वहीं हिंदू सेना नूपुर शर्मा के समर्थन में शनिवार को दिल्ली में मार्च निकालेगी। मार्च निर्माण विहार मेट्रो स्टेशन से शुरू होगा और लक्ष्मीनगर मेट्रो स्टेशन पर खत्म होगा। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा को मुस्लिम कट्टरपंथियों से मिल रही सिर कलम कर देने और दुष्कर्म की धमकियों पर गंभीर चिंता जताई है। उसने नूपुर शर्मा को अविलंब सुरक्षा प्रदान करने के साथ ही धमकी देने वाले कट्टरपंथी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
इसके अलावा आज काशी धर्म परिषद की ओर से हरतीरथ स्थित सुदामा कुटी में संत समाज की बैठक महंत बालक दास की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में जुमे की नमाज के बाद उत्तर प्रदेश और देश में हो रही हिंसा पर चर्चा हुई। चर्चा के बाद मठों के पीठाधीश्वर, संतों-महंतों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में 16 प्रस्ताव पारित किए गए। इन प्रस्तावों को सभी अखाड़ों और सभी पंथों के प्रमुखों के साथ सरकार को भेजा जाएगा।
वाराणसी स्थित पातालपुरी मठ के महंत बालक दास ने शनिवार को कहा कि जुमे की नमाज में आखिर ऐसा क्या पढ़ाया जा रहा है कि उसके बाद हिंसा हो जा रही है। संत समाज प्रदेश और देश में हो रही हिंसा से चिंतित है। हमारी मांग है कि अराजक तत्वों को गिरफ्तार किया जाए और जिस मस्जिद से पथराव हो उस पर ताला लटका दिया जाए।
काशी धर्म परिषद में पारित प्रस्ताव में कहा गया कि इस्लामी आतंकियों के हाथ में देश को नहीं छोड़ा जा सकता है। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। नफरत फैलाने वालों की संपत्ति जब्त की जाए। कट्टरपंथी नमाजियों के कारण देश का माहौल खराब हो रहा है। नुपुर शर्मा को धमकी देने वालों पर रासुका लगे। जिस मस्जिद में पथराव हुआ वहां तालाबंदी हो देश को बचाने के लिए संतों को सड़क पर उतरना होगा। देवी देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर जेल का प्राविधान किया जाए। तकरीर करने वाले मौलानाओं के भाषण को रिकार्ड किया जाए।