राष्ट्रीय

महंगी रसोई से लोग हो उठे थे परेशान, लेकिन अब आई खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट

खाद्य पदार्थों की कीमतों में आए दिन हो रही बढ़ोत्तरी में रसोई में महंगाई का तड़का लगा दिया। महंगी रसोई से लोग परेशान हो उठे। रसोई का बजट गड़बड़ा रहा था, लेकिन इस बीच महंगाई से आंशिक राहत मिली है। दाल, चावल, तेल, रिफाइंड की कीमतों में मामूली गिरावट आई है। जिससे अब रसोई के तड़के की महक बढ़ जाएगी।

सिलेंडर की कीमतें बढ़ती ही जा रही हैं। खाद्य पदार्थों की कीमतों में भी लगातार बढ़ोत्तरी हो रही थी, लेकिन अब कुछ अंकुश लग गया। इसके पीछे कारण है कि डीजल, पेट्रोल की कीमतों में गिरावट आने के बाद परिवहन का खर्चा कम हुआ है। इससे खाद्य पदार्थाें की कीमतों में कमी आ रही है। क्योंकि रिफाइंड और कुछ दालें दिल्ली, आगरा से आती है। जबकि कुछ दालें जिले में ही किसान पैदा करते हैं। अब नई फसल आने के कारण ही कुछ दरों में कमी आई हैं। दाल, चावल, तेल, रिफाइंड की कीमतों में कमी आने से लोगों ने राहत की सांस ली है। खाद्य पदार्थ पुरानी कीमत नई कीमत

अरहर दाल 100 95

मसूड़ दाल 85 80

मूंग की दाल 80 70

उड़द दाल 80 70

तेल 165 150

रिफाइंड 180 170 दाल की कीमतों में मामूली कमी आई है, लेकिन दाल अलग-अलग गुणवत्ता की होती हैं, इसलिए गुणवत्ता के अनुसार अंतर रहता है।

– रंजन पल्तानी, खाद्य पदार्थ विक्रेता काई खास कमी नहीं है, लेकिन कुछ राहत है। स्थानीय स्तर की फसल होने से भी दाल और तेल के दाम में उतार चढ़ाव होता रहता है।

– नवीन कुमार, खाद्य पदार्थ विक्रेता खाद्य पदार्थों पर महंगाई की मार है। दामों में गिरावट होनी चाहिए। यह गिरावट कोई खास गिरावट नहीं है।

– मुकेश कुमार, ग्राहक जब तक दामों काफी हद तक कमी नहीं आएगी तब तक रसोई में महंगाई की मार रहेगी। बजट गड़बड़ाया हुआ है।

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