केदारनाथ में बुधवार को भी हृदयाघात से चार श्रद्धालुओं की मौत हो गई। जबकि, यमुनोत्री में तीन और बदरीनाथ धाम में एक श्रद्धालु ने दम तोड़ा। इसी के साथ केदारनाथ में अब तक 37, यमुनोत्री में 23 और बदरीनाथ में 13 श्रद्धालु हृदयाघात से दम तोड़ चुके हैं। ऋषिकेश समेत चारों धाम में यह संख्या 82 पहुंच गई है।
केदारनाथ में चार श्रद्धालुओं की हुई मौत
बुधवार को केदारनाथ यात्रा पर आए चार और यात्रियों की मौत हृदयगति रुकने से हो गई। केदारनाथ में अब तक कुल 38 यात्रियों की मौत हो चुकी है, जिसमें एक यात्री की मौत गौरीकुंड में पैर फिसलने से हुई।
मरने वालों में दो मध्य प्रदेश, एक-एक उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के
रुद्रप्रयाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. बीके शुक्ला ने बताया कि केदारनाथ दर्शनों को आए जिन श्रद्धालुओं ने बुधवार को दम तोड़ा, उनमें ग्वालियर (मध्य प्रदेश) निवासी ऋषि भदौरिया (65), गुलाबगंज कैंट गुना (मध्य प्रदेश) निवासी शंभू दयाल यादव (66), श्रावस्ती (उत्तर प्रदेश) निवासी कलामनाथ भट्ट (60) और कोल्हापुर सिटी (महाराष्ट्र) निवासी चंगदेव जनार्दन शिंदे शामिल हैं। सभी की मौत हृदयाघात से हुई।
श्रद्धालुओं का कराया जा रहा है स्वास्थ्य परीक्षण
सीएमओ ने बताया कि केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं का यदि किसी का स्वास्थ्य खराब होने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा तत्परता से स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है। बुधवार को कुल 1076 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार कराया गया। जिसमें 773 पुरुष और 303 महिलाएं शामिल हैं।
आज 56 यात्रियों को उपलब्ध कराया आक्सीजन
अब तक ओपीडी के माध्यम से 35,547 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया गया है। इसमें 26,013 पुरुष और 9534 महिला शामिल हैं। आज 56 यात्रियों को आक्सीजन उपलब्ध कराया गया। अब तक 566 यात्रियों को आक्सीजन उपलब्ध कराया गया है।
यमुनोत्री में तीन और बदरीनाथ में एक की मौत
बदरीनाथ धाम में भी सीने में दर्द की शिकायत के बाद महाराष्ट्र निवासी बाबा साहिब (62 वर्ष) ने अस्पताल ले जाते हुए दम तोड़ दिया। उधर, यमुनोत्री दर्शनों को धर्मपुरी (तमिलनाडु) निवासी सिद्देराजन (57 वर्ष) गर्म कुंड में स्नान के बाद मंदिर परिसर में ही बेहोश हो गए। अस्पताल ले जाते हुए उनकी मौत हो गई। इसके अलावा पुणे (महाराष्ट्र) निवासी दिलीप परांजये (75 वर्ष) और महाराजगंज (उत्तर प्रदेश) निवासी पारसनाथ राजन (74 वर्ष) ने भी यमुनोत्री मंदिर परिसर में ही दम तोड़ा।