दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के भ्रष्टाचार विरोधी मॉडल के तहत भगवंत मान सरकार ने बड़ी कार्यवाही की है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंघला को अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया है.
बताया जा रहा है कि मंत्री के खिलाफ़ भ्रष्टाचार में लिप्त होने के पुख़्ता सबूत मिले हैं. स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंघला पर यह कार्रवाई अधिकारियों से ठेके पर एक पर्सेंट कमीशन की मांग के आरोप में की गई है. मुख्यमंत्री तक स्वास्थ्य मंत्री की शिकायत पहुंची थी
अपने मंत्री को बर्खास्त करने के बाद सीएम भगवंत मान ने बताया कि एक पर्सेंट भी भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि जनता ने बहुत उम्मीदों से आम आदमी पार्टी की सरकार बनाई है. उस उम्मीद पर खरा उतरना सरकार का कर्तव्य है. जबतक अरविंद केजरीवाल जैसे भारत मां के बेटे है और भगवंत मान जैसे सिपाही, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।
मुख्यमंत्री भगंवत मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने वचन लिया था कि भ्रष्टाचार को सिस्टम को जड़ से उखाड़ फेकेंगे. हम सब उनके सिपाही हैं, सरकार में एक पर्सेंट भी भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं है. भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी या मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
मिली जानकारी के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंघला की शिकायत सीएम भगंवत मान के पास पहुंची थी. प्राथमिक जांच के बाद सीएम ने स्वास्थ्य मंत्री को मंत्रिमंडल से हटाने के लिए राज्यपाल से सिफारिश की है. इससे पहले साल 2015 में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने एक मंत्री को भ्रष्टाचार के मामले में बर्खास्त किया था.
बता दें कि भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद पंजाब में विपक्षी पार्टियां सरकार पर जुबानी हमला बोल रही थी. मंत्रिमंडल से स्वास्थ्य मंत्री को हटाने के लिए विपक्ष सीएम से मांग कर रहा था.