दिल्ली में करीब दो साल पहले नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन से देशभर में सुर्खियों में आया शाहीन बाग आज फिर हल्ला-हंगामे के दौर में है। इसकी वजह- MCD का बुलडोजर। दिल्ली के जहांगीरपुरी से चला एमसीडी का बुलडोजर शाहीन बाग तक पहुंच गया है। दक्षिणी दिल्ली एमसीडी की तरफ से अगले पांच दिनों तक अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाना था। इसके लिए MCD के बुलडोजर जैसे ही शाहीन बाग पहुंचे, हंगामा शुरू हो गया।
आज शाहीन बाग मेन रोड, जसोला नाला से और कालिंदी कुंज पार्क इलाके में बुलडोजर चलना था। कार्रवाई के विरोध में लोग बुलडोजरों के सामने लेट गए। कुछ महिलाएं बुलडोजर पर चढ़ गईं। वहीं, कुछ जगहों पर लोग सड़कों पर ही धरने पर बैठ गए। हंगामा बढ़ते देख पुलिस ने लोगों को वहां से हटाया। कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया। इसके बावजूद कार्रवाई का विरोध जारी रहा।
लोगों के विरोध और गहमागहमी के बीच दोपहर करीब 12.30 बजे MCD के बुलडोजर शाहीन बाग से वापस लौट गए। अफसरों ने कहा कि फिलहाल अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई रोक दी गई है।
वहीं दक्षिण दिल्ली में ओखला, शाहीन बाग में अवैध निर्माण कर बसाई गई बस्तियों को हटाने के आदेश के खिलाफ भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (सीपीआई-एम) मार्क्सवादी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. याचिका में कहा गया है कि प्राधिकरण झुग्गी बस्तियां ढहाने की योजना बना चुके हैं.
याचिका में यह भी कहा गया है कि चार मई को संगम विहार में गरीबों की इमारतों पर बुलडोजर चलाया गया. अब सोमवार तक ओखला शाहीन बाग में भी ऐसा ही करने का एलान किया है. दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने बुलडोजर चलाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल उपलब्ध कराए जाने के लिए पुलिस प्रशासन को नोटिस भेजा है.
इससे पहले जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर हिंसा होने के बाद एमसीडी की ओर से अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई हुई थी. हालांकि कुछ देर बाद सुप्रीम कोर्ट ने एमसीडी की कार्रवाई पर रोक लगा दी.