लाउडस्पीकर, अजान और हनुमान चालीसा पाठ पर अब महाराष्ट्र के बाद कर्नाटक में भी तकरार शुरू हो गई है। यहां राज्य सरकार द्वारा मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की कार्रवाई नहीं करने के विरोध में हिंदू संगठन नाराज़ हो गए हैं। राज्य सरकार को 8 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम दिया गया था, लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। जिसके बाद हिंदू संगठनों ने ऐलान किया कि जब तक सरकार कार्रवाई नहीं करती है, तब तक अजान के समय 1000 मंदिरों में हनुमान चालीसा पाठ और सुप्रभात आरती का आयोजन किया जाएगा।
हिंदू संगठनों का कहना है कि यदि पुलिस-प्रशासन उनको ऐसा करने से रोकता है तो संगठन उसका सामना करने को तैयार हैं। संगठनों ने कहा कि राज्य सरकार को मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम दिया गया था, इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो अब वो खुद कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र हैं।
हिंदू संगठनों के इस ऐलान के बाद राज्य की पुलिस अलर्ट पर है। रिजर्व पुलिस बल को भी अलर्ट पर रखा गया है। बता दें इससे पहले भी कर्नाटक में हिजाब और बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या को लेकर बवाल हो चुका है। मस्जिदों में लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश से पहले ही राज्य सरकार की ओर से 250 मस्जिदों को नोटिस दिया गया है। वहीं कोर्ट के आदेश आने के बाद 350 मस्जिदों को नोटिस जारी किया गया। कोर्ट के आदेश में साइलेंट जोन में स्थित मस्जिदों के लाउडस्पीकरों की आवाज 50 डेसिबल, रिहायशी इलाकों में 55 डेसिबल, जबकि औद्योगिक इलाकों में 75 डेसिबल की अधिकतम आवाज निर्धारित गई है।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने खुद कमान संभाल ली है। सीएम ने कहा कि राज्य में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए सभी लोगों को सौहार्द का परिचय देना होगा। उन्होंने दोनों पक्षों से संयम बतने की अपील की है। लेकिन तनाव की आशंका को ध्यान में रखते हुए लाउडस्पीकर लगे एक हज़ार मंदिरों के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया है। राज्य भर में पुलिस अलर्ट पर है।