चारधाम यात्रा पर जा रहे हैं तो जानें यह नियम, नहीं तो सड़क पर गुजारनी पड़ेगी पूरी रात
चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों को उत्तराखंड सरकार ने बड़ी राहत दी है। अब यात्रा के दौरान वाहन तीन घंटे ज्यादा वक्त तक चल सकेंगे। अब सुबह 4 बजे से शाम 10 बजे तक पर्वतीय मार्गों पर वाहन संचालन की छूट रहेगी। यात्रा से पहले पर्वतीय मार्गों पर सुबह 5 बजे से शाम 8 तक ही वाहनों को संचालित करने की अनुमति थी।
पुलिस, परिवहन व दूसरी एजेंसियों को बीच रास्ते में यात्रियों को रोकने में भी कठिनाई होती थी। कई बार यात्री रास्ते में किसी अड़चन की वजह से शाम आठ बजे से पहले ऐसी जगह नहीं पहुँच पाते थे जहां उनके लिए रात्रि विश्राम करना मुमकिन हो।
शाम आठ बजे के बाद यात्रा जारी रखने की दशा में चौकियों पर पुलिसकर्मियों या परिवहन कर्मियों द्वारा रोके जाने पर यात्रियों के साथ विवाद भी अक्सर होते रहे हैं। आयुक्त ने बताया कि आल वेदर सड़कों के निर्माण से पहले की तुलना में सड़कों की चौड़ाई और उनकी दशा में भी अपेक्षित सुधार हुआ है।
यात्रियों के पंजीकरण और ग्रीन कार्ड आदि समय पर बनने से इस बार यात्रियों की संख्या पिछली यात्राओं से काफ़ी अधिक रहने की उम्मीद है। यात्रा के पीक दिनों में यात्रियों की संख्या सीमित करने के लिए यात्रा के पहले 45 दिनों में प्रत्येक धाम में दैनिक दर्शनार्थियों जी ऊपरी सीमा सरकार पहले ही तय कर चुकी है।
संचालन की समय सीमा बढ़ाने से यात्रियों की इन दिक्कतों को दूर किया जा सकेगा। बताया कि यात्रा के लिए सरकार की ओर से रजिष्ट्रेशन को अनिवार्य किया गया है। पंजीकरण के बिनाा श्रद्धालु यात्रा नहीं कर पाएंगे।