ललितपुर: पुलिस बनी हैवान, थाने में नाबालिग किशोरी को थाना प्रभारी ने बनायाअपनी हवस का शिकार
प्रदेश के ललितपुर जिले में खाकी को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। मामला ललितपुर के पाली थाना का है। जहां मानवता को शर्मसार करते हुए सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को थाना प्रभारी ने भी अपनी हवस का शिकार बना लिया। जिसके बाद पीड़िता एसपी कार्यालय पहुंची और रो-रोकर अपने साथ हुए दुष्कर्म के बारे में बताया। अब इस मामले में ललितपुर के एसपी निखिल पाठक ने बड़ी कार्रवाई की है।
जिले के पाली थाना इंचार्ज सहित 6 लोगों पर एक 13 साल की नाबालिग किशोरी से गैंगरेप का आरोप लगा है। मामले में चाइल्ड लाइन की शिकायत पर पाली थाना इंचार्ज सहित 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इसके साथ ही थाना इंचार्ज को सस्पेंड करते हुए आगे की कार्यवाही शुरू कर दी गई है।
पुलिस अधीक्षक निखिल पाठक के अनुसार, पाली थाना इलाके की रहने वाली एक 13 साल की किशोरी को उसके ही गांव में रहने वाले 4 लड़के बीते 22 अप्रैल को बहला-फुसलाकर भोपाल ले गए थे, जहां जाकर उसके साथ तीन दिनों तक गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। तीन दिन बाद चारों आरोपी नाबालिग किशोरी को पाली थाना इंचार्ज तिलकधारी सरोज के सुपुर्द कर फरार हो गए थे, जिसके बाद थाना इंचार्ज ने नाबालिग पीड़ित को उसकी मौसी के साथ चाइल्ड लाइन भेज दिया।
इसके दो दिन बाद फिर उसे थाने में बुलाया गया, जहां पाली थाना इंचार्ज ने बयान लेने के बहाने नाबालिग किशोरी को एक कमरे में ले जाकर बलात्कार की घटना को अंजाम दिया। बाद में नाबालिग को उसकी मौसी के साथ चाइल्ड लाइन भेज दिया। जहां बच्ची ने काउंसलिंग के दौरान अपने साथ हुई पूरी घटना को बताया। चाइल्ड लाइन की टीम ने पुलिस अधीक्षक से इसकी शिकायत की।
मामले को गंभीरता के साथ लेते हुए एसपी ने पाली थाना इंचार्ज सहित 6 लोगों के खिलाफ धारा 363, 376, 376 B, 120 B , पास्को एक्ट और SC/ST एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करवाया , आरोपी थाना इंचार्ज तिलकधारी सरोज को सस्पेंड कर दिया। वहीं, इस मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी कर ली गई है। फरार चल रहे सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है।