चारधाम यात्रा का हुआ शुभारंभ, छह माह के लिए खुले गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट, सीएम धामी हुए शामिल
आज अक्षय तृतीया के पावन मौके पर चारधाम यात्रा की शुरुआत हो गई है। गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट विधिविधान के साथ खोल दिए गए हैं। वहीं केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए छह मई को खुलेंगे। बदरीनाथ धाम के कपाट सबसे अंत में आठ मई को खुलेंगे। आगामी छह माह तक आम जनता यहां दर्शन करेगी।
जय मां गंगे के जयकारों के साथ आगामी छह माह के लिए गंगोत्री धाम के कपाट विधिविधान के साथ खोल दिए गए। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी धाम में मौजूद रहे। इससे पहले मां गंगा की डोली धाम पहुंची, जहां भक्तों ने उनके भव्य दर्शन किए।
वहींं दोपहर 12:15 बजे यमुनोत्री धाम के कपाट विधिविधान के साथ खोल दिए गए। इस दाैरान धाम मां यमुना के जयकारों को गूंज उठा।
हर हर गंगे, जय मां गंगे के जयकारों और आर्मी बैंड की धुन पर शीतकालीन पड़ाव मुखबा (मुखीमठ) से मां गंगा की उत्सव डोली गंगोत्री धाम के लिए रवाना हो गई थी। मां गंगा की उत्सव डोली ने भैंरोघाटी स्थित भैंरो मंदिर में रात्रि विश्राम के बाद आज सुबह गंगोत्री धाम के लिए प्रस्थान किया। पूर्वाह्न 11:15 बजे पूरे विधि विधान से गंगोत्री मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ ग्रीष्मकाल के लिए खुले। वहीं मां यमुना की डोली ने सुबह 8:15 बजे यमुनोत्री धाम के लिए प्रस्थान किया। दोपहर 12:15 बजे मंदिर के कपाट खोले गए।
इससे पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को ट्वीट कर कहा ‘कि देवी यमुना को समर्पित यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर खुलेंगे। सभी श्रद्धालुओं को सुखद, समर्पित चारधाम यात्रा की शुभकामनाएं। हिमालय में गंगोत्री, केदारनाथ, बदरीनाथ के साथ ही यमुनोत्री भी चारधाम का हिस्सा है। यमुनोत्री धाम में हर वर्ष हजारों यात्री दर्शन करने पहुंचते हैं। यहीं से चारधाम यात्रा की शुरुआत मानी जाती है। यमुनोत्री के बाद गंगोत्री धाम होते हुए केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के दर्शन के बाद चार धाम यात्रा संपन्न होती है।’