बिहार का बेशर्म दरोगा, फरियादी महिलाओं से कराता है मालिश , वीडियो वायरल
बिहार में प्रशासन कितनी भी डींगे हांकते घूमते फिर रहे हों पर हर रोज कोई न कोई ऐसी खबर आ ही जाती है कि नीतीश सरकार की पोल खुल जाती है। अब बिहार पुलिस का एक एक ऐसा वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है कि लोग नीतीश कुमार की सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
दरअसल, बिहार के सहरसा के नौहट्टा थाने से एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में फरियाद लेकर थाने में पहुंची महिला से दरोगा अपनी मालिश करते नजर आ रहे हैं।
ये बिहार पुलिस है, जो फरियादी महिलाओं से थाने में तेल की मालिश कराती है.
वीडियो में सहरसा जिले के डरहार ओपी के दारोगा शशिभूषण सिन्हा बताए जा रहे हैं, वीडियो वायरल. pic.twitter.com/BAyW68Vw8R
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) April 28, 2022
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि थाने में महिला से मसाज कराते-कराते दारोगा किसी से फोन पर बात कर रहा है और साथ ही महिला को मदद का भरोसा दिला रहा है। उसी वक्त दूसरी महिला कुर्सी पर बैठी हुई है। इस दौरान कमरे में एक रस्सी पर उसकी वर्दी भी टंगी दिख रही है। दारोगा का नाम शशि भूषण सिन्हा है और वो नवहट्टा थाने में तैनात था। महिला से मसाज कराने का वीडियो सामने आने के बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, थाने में वह महिला अपने बेटे की जमानत के लिए आई थी। कथित रूप से दारोगा ने उससे कहा कि पहले मसाज करो। साथ ही उसे आश्वासन दिया कि तुम्हारे बेटे को जमानत जल्द मिल जाएगी। इस दौरान दारोगा किसी वकील से उसके बेटे की जमानत के लिए फोन पर बात करता रहा।
इस मामले पर सहरसा की पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने बताया, ‘तत्कालीन थानाध्यक्ष डरहार ओपी शशिभूषण सिन्हा का वायरल वीडियो हमारे सामने आया है। इसकी सत्यता की जांच करने के लिए एसडीपीओ सदर को भेजा गया। शशिभूषण सिन्हा वहां पर तैनात थे, उस इलाके में एक रेप केस हुआ था। अब इस वीडियो में वह दुष्कर्म के आरोपी की मां के कहने पर एक वकील से 10 वह हजार रुपये में बेल लेने की बात कर रहा है। साथ में जिस तरीके से वो बैठे हुए है या जो उनका आचरण है, जो उनका बॉडी लैंग्वेज है या जो भी वो करवा रहे है, वो अनुशासनहीनता, उद्दंडता को परिभाषित करता है। साथ ही एक अच्छे पुलिस पदाधिकारी का जो आचरण होता है, उसके एकदम विपरीत है।’
लिपि सिंह ने कहा, इस मामले में थानाध्यक्ष शशिभूषण सिन्हा को निलंबित कर दिया गया है और डिपार्टमेंटल करवाई शुरू कर दी गई है। इस तरह की अनुशासनहीनता पुलिस की छवि को धूमिल करती है। हमारा एक्शन जीरो टॉलरेंस का है। इस तरीके की अगर चीजें होती है तो मेरा एक्शन बहुत स्ट्रांग रहा है। मैं उम्मीद करती हूं कि इस तरीके की चीजें फिर ना हों।