विरासत आर्ट एवं हेरिटेज फेस्टिवल में निकाली गई विंटेज-क्लासिक कार व बाइक रैली, डीजीपी ने किया रवाना
विरासत आर्ट एवं हेरिटेज फेस्टिवल के दसवें दिन विंटेज-क्लासिक कार एवं बाइक रैली निकाली गई। रीच संस्था की ओर से निकाली गई विंटेज-क्लासिक कार एवं बाइक रैली निकाली गई। मुख्य अतिथि डीजीपी अशोक कुमार ने रैली को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान रविंदर सिंह, डा. एस. फारूक, विजय अग्रवाल भी मौजूद रहे। रैली कौलागढ़ स्थित डा. भीमराव अंबेडकर मैदान होते हुए गढ़ी कैंट, पैसिफिक हिल्स, दिलाराम चौक, घंटाघर से होते हुए अंबेडकर मैदान में पहुंची, जहां रैली को विराम दिया गया।
सानिया पाटनकर ने किया दर्शकों का भरपूर मनोरंजन
वहीं शास्त्रीय संगीतकार सानिया पाटनकर ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। उन्होंने हाल ही में रिलीज हुए ‘रसिया’ एलबम को भारत रत्न स्वर कोकिला स्व. लता मंगेशकर को समर्पित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर डीजीपी अशोक कुमार शामिल हुए।
एक टप्पा होरी की प्रस्तुति दी
रविवार को रीच संस्था ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद सानिया पाटनकर के मंच पर आते ही दर्शकों ने तालियों की गडग़ड़ाहट से उनका स्वागत किया। उन्होंने पहली प्रस्तुति एक टप्पा होरी की प्रस्तुति दी।
तानपुरा पर योगेश ने जुगलबंदी की
इसके बाद दो बंदिश और एक सरगम गीत प्रस्तुत किए, जिसे सुनकर श्रोता कायल हो गए। उनके साथ हारमोनियम पर जाकिर धौलपुरी, तबला पर मिथिलेश झा, तानपुरा पर योगेश ने जुगलबंदी की।
उन्होंने दर्शकों को अपने परिचय से रूबरू कराते हुए कहा कि शास्त्रीय संगीत उन्होंने लीलताई घरपुरे से सीखा। संगीत विशारद से एमकाम किया, जिसमें वह गोल्ड मेडलिस्ट हैं। वहीं, प्रवीण गोडखिंडी ने बांसुरी पर प्रस्तुति देकर दर्शकों का मनमोहा। उन्होंने पंडित वेंकटेश गोडखिंडी और विद्वान अनूर अनंत कृष्ण शर्मा से प्रशिक्षण लिया।
नौवें दिन की शाम कथक कलाकार अमत्र्या चटर्जी के नाम रही
इससे पहले नौवें दिन की शाम सूफी गायक व कथक कलाकार अमत्र्या चटर्जी के नाम रही। उन्होंने कत्थक सूफी संगीत पर ‘ऐरी सखी मोरे पिया घर आयो’ की प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।