राज्य में योगी सरकार जल संकट समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है: स्वतंत्र देव सिंह
लखनऊ। जल जीवन मिशन देश के और प्रदेश के विकास को एक नई गति दे रहा है। पिछले तीन वर्षों से कम समय में जिस तरह से घरों में नल से जल पहुंचा है वह जन आकांक्षाओं और जन भागीदारी की एक बड़ी मिसाल है। यह बात जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रेस कांफ्रेस के दौरान कही। जल शक्ति मंत्री जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश में संचालित हो रही हर घर नल योजना की प्रगति का ब्योरा पेश कर रहे थे। जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत सरकार ने पांच वर्षां में तीन लाख 70 हजार करोड़ रुपये का बजट देने का प्रावधान किया। ताकी हर घर नल से जल पहंच सके। पानी के लिए किसी को भटकना न पड़े। दुर्गम पहाड़ी समेत ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को पीने का पानी साफ मिले और घर की महिलाओं को पानी की समस्या से पूरी तरह छुटकारा मिल जाए। जल शक्ति मंत्री ने कहा कि योजना से महिलाओं के स्वास्थ्य में भी सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन को मूर्त रूप देने के लिए जल प्रबंधन को बेहतर करने के लिए यूपी में तीव्र गति से काम हो रहे हैं। लाखों परिवारों के जीवन में सुधार हो रहा है। प्रथम चरण में बुंदेलखंड और विंध्य के साथ-साथ प्रदेश 66 जिलों में घर-घर श़दध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है।
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि देश के अंदर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राज्य में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में जल के क्षेत्र में निरंतर काम हो रहा है। प्रधानमंत्री का मानना है कि देश के विकास के लिए पानी की बाधा समाप्त होना बहुत जरूरी है। देश की नदियों के जल का सदुपयोग हो किसानों के खेत तक पर्याप्त पानी पहुंचे यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में से एक है।
जल शक्ति मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त 2019 में लाल किले की प्राचीर से जल जीवन मिशन की हर घर नल योजना की बात कही थी जिसके बाद से भूजल प्रबंधन, जल संरक्षण, वर्षा जल संचयन के क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन हुए हैं। योजना से हर घर नल से जल पहुंचाने का संकल्प पूरा किया जा रहा है। इस दिशा में सभी योजनाओं के छोटे-बड़े कार्यों की निकटता से हम मानीटर कर रहे हैं। जल शक्ति मंत्री ने कहा कि आजादी के 70 वर्ष बाद भी लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ता है। पूर्व की केन्द्र व राज्य की सपा, बसपा की सरकारों ने कुर्सी पर बैठकर जल समस्या का समाधान करने के बजाय लूट खसोट में अपना समय बिताया। आज देश में मोदी और राज्य में योगी सरकार जल संकट समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को तपती धूप में मीलों दूर से पानी भरकर लाना पड़ता था। मुख्य रूप से बुंदेलखंड की महिलाओं को अनेक संकटों का सामना करना पड़ता था। 2014 से ही सरकार का ध्यान पूर्ण रूप से गरीबों और वंचितों के सशक्तीकरण पर रहा है। आवास, गेस कनेकशन और बिजली प्रदान करने वाली योजनाओं से गरीब व्यक्ति के जीवन में आमूलचूल परिवर्तन आए हैं।
02 वर्षों में 49 प्रतिशत घरों में नल से शुद्ध पानी पहुंच रहा है: जल शक्ति मंत्री
जल शक्ति मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सत्ता में आने से पहले देश के केवल 16 प्रतिशत घरों में ही नल से जल की सुविधा उपलब्ध थी जबकि जल जीवन मिशन की शुरुआत के बाद मात्र दो वर्षों में 49 प्रतिशत घरों में नल से शुद्ध पानी पहुंच रहा है। मोदी जी ने वर्ष 2024 तक हर ग्रामीण को शुद्ध जल पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है। जिसे पूरा करने के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निरंतर प्रयास कर रहे हैं। जल मंत्रालय भी प्रयास कर रहा है।
जल शक्ति मंत्री ने कहा कि हर घर नल योजना ने लाखों लोगों जिंदगी बदली है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के साथ ही प्रदेश के 66 जिलों में गाँव-गाँव तक नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की योजना पर युद्धस्तर से कार्य चल रहा है। प्रदेश भर में ऑनगोईंग योजनाओं (नई योजनाओं) के तहत कुल 913537 घरों में पानी के कनेक्शन देकर शुद्ध जलापूर्ति शुरु करा दी गई है। प्रदेश में पुरानी योजनाओं की मरम्मत कर नए सिरे से (रेट्रोफिटिंग योजना) 1644139 घरों को पानी के कनेक्शन से जोड़ा जा चुका है।
जल शक्ति मंत्री ने कहा कि यूपी के ग्रामीण क्षेत्रों में 13.47 प्रतिशत से ज्यादा शुद्ध जलापूर्ति की जा रही है। इसमें सबसे ज्यादा काम प्राथमिकता के आधार पर बुंदेलखंड और विंध्य के ग्रामीण क्षेत्रों में किया गया है। जहां पेयजल की सबसे अधिक समस्या थी। प्रदेश के आर्सेनिक और जेईई प्रभावित क्षेत्रों में 28008 घरों तक पहुंची पेयजल आपूर्ति, 112032 लोगों को स्वच्छ पेयजल मिला है। हर घर नल योजना के जरिये प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध जलापूर्ति देने के साथ ही रोजगार जुटाने का काम बड़े स्तर पर किया जा रहा है। संविदा के आधार पर प्लंबर और इलेक्ट्रीशियन जैसे पद सृजित किये जा रहे हैं और स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ा जा रहा है।
जल शक्ति मंत्री ने बताया कि हर घर नल योजना के अंतर्गत प्रदेश के पॉलीटेक्निक छात्रों को तकनीकी प्रशिक्षण देने के से साथ ही उन्हें रोजगार से जोड़ने की योजना पर भी काम किया जा रहा है। आने वाले दिनों में योजना के तहत रोजगार की कई नई संभावनाओं को भी जमीन पर उतारा जाएगा। प्रदेश भर में विभिन्न योजनाओं से अब तक अलग-अलग जिलों में 35, 60, 854 से अधिक घरों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति शुरू कर दी गई है। इनमें ग्रामीण क्षेत्रों में रेट्रोफिटिंग और ऑनगोइंग की योजनाएं भी शामिल हैं। बुंदेलखंड के 7 जिलों के साथ पानी की किल्लत से जूझने वाले विंध्य क्षेत्र के 02 जिलों में भी पानी सप्लाई की सूरत बदल चुकी है। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन की हर घर नल योजना का सबसे बड़ा लाभ बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के 9 जिलों को मिल रहा है। योजना के माध्यम से अब तक 77839 घरों तक (फंक्शनल हाउस होल्ड टैप कनेक्शन) पानी के कनेक्शन हो चुके हैं। इससे 311356 लोगों को सीधा फायदा मिलने लगा है। उन्होंने कहा कि इन 9 जिलों में पानी सप्लाई की कई पुरानी योजनाओं को नए सिरे से शुरू कर रेट्रोफिटिंग योजना के तहत 102445 घरों तक पानी सप्लाई शुरू की गई है। इससे 409780 लोगों को सीधे लाभ मिल रहा है।
जल शक्ति मंत्री ने फंक्शनल हाउस होल्ड टैप कनेक्शन की जिलेवार प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि बुंदेलखंड के झांसी में जल जीवन मिशन की 10 स्कीमों के माध्यम से 1401 घरों में पानी के कनेक्शन पहुंच चुके हैं। ललितपुर में 15 योजनाओं से 8067 घरों में कनेक्शन दिये गये हैं। जालौन में संचालित 5 स्कीमों से 5748 परिवारों तक और हमीरपुर में जल जीवन मिशन की 2 योजनाओं से 9050 घरों तक पानी का केनक्शन पहुंच चुका हैं । बांदा में संचालित 2 योजनाओं से 12648, चित्रकूट में 2 योजनाओं के माध्यम से 2902, महोबा में 5 योजनाओं के माध्यम से 11435 और मिर्जापुर में 9 योजनाओं के माध्यम से 26588 परिवारों पानी सप्लाई शुरू की जा चुकी है। सोनभद्र में संचालित जल जीवन मिशन की 13 योजनाओं से 321403 परिवारों तक फंक्शनल हाउस होल्ड कनेक्शन का लक्ष्य रखा गया है।
इसी तहर से रेट्रोफिटंग योजना में बुंदेलखंड ओर विंध्याचल के 9 जिलों में पुरानी योजनाओं को जल जीवन मिशन ने जब अपने हाथों में लिया ओर उसको नए सिरे से शुरू किया है। रेट्रोफिटिंग के तहत जालौन में 29 में से 28 योजनाओं को पूरा किया गया है और 9156 घरों तक पानी के कनेक्शन का लाभ दिया गया। झांसी में 40 में से 37 रेट्रफिटिंग के तहत पुरानी योजनाएं नए सिरे से चालू की गई हैं । जिसका फायदा 20969 परिवारों तक पानी कनेक्शन के माध्यम से मिलना शुरू हो चुका है। ललितपुर में 3 योजनाएं सफलतापूर्वक चलना शुरू हो चुकी हैं और यहां 1450 घरों तक पानी के कनेक्शन मिल चुके हैं। महोबा में 43 रेट्रोफिटिंग योजनाओं का फायदा 11966 परिवारों को मिल रहा है । हमीरपुर में 26 रेट्रोफिटिंग स्कीमों से 10554 घरों तक, चित्रकूट में रेट्रोफिटिंग की 1 योजना के संचालित होने से 835 पानी के कनेक्शन घरों तक पहुंचे। बांदा में 22 रेट्रोफिटिंग से 12391 घरों तक पानी कनेक्शन मिले। विंध्य के मिर्जापुर में 62 में से 59 रेट्रोफिटिंग योजनाएं पूरी हो चुकी हैं और 24150 परिवारों तक और सोनभद्र में 37 रेट्रोफिटिंग स्कीमें से 10974 घरों तक पानी के कनेक्शन पहुंच चुके हैं।
ऑनगोइंग योजना के तहत बुंदेलखंड और विंध्य के जो इलाके आर्सेनिक की अधिकता या अन्ये जल जनित व संक्रामक बीमारियों की चपेट में थे वहां के लोगों के लिए जल जीवन मिशन योजना वरदान साबित हुई है। जालौन में 2 ऑनगोइंग योजनाओं से 1189 घरों तक पानी कनेक्शन हो चुका है। झांसी में 2 स्कीमों के माध्यम से 2750 घरों, ललितपुर में 2 स्कीमों से 5389 परिवारों को पानी के कनेक्शन मिल चुके हैं। महोबा में 5062 परिवारों तक पानी पहुंचाने का काम तेजी से चल रहा है। हमीरपुर में 2 ऑनगोइंग स्कीमों से 1686 परिवारों तक, चित्रकूट में 3 ऑनगोइंग स्कीमों से 1219 घरों तक और बांदा में 2 ऑनगोइंग स्कीमों के माध्यम से 4849 परिवारों तक पानी कनेक्शन दिये जा चुके हैं। मिर्जापुर में एक ऑनगोइंग स्कीम के माध्यम से 917 परिवारों तक और सोनभद्र में 4 ऑनगोइंग स्कीम से 10009 घरों तक पानी कनेक्शन पहुंचाए जा चुके हैं।