क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले भारत में सर्वाधिक, ब्राजील-हांगकांग समेत कई देशों को छोड़ा पीछे
बीते तीन महीनों में पहली बार क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले निवेशकों की संख्या में मामले में भारत सबसे आगे है। इस मामले में भारत ने ब्राजील और हांगकांग को भी पीछे छोड़ दिया है। गौरतलब है कि इस सूची में टॉप-3 में भारत, ब्राजील और हांगकांग ऐसे देश है, जिनमें दुनिया भर में सबसे अधिक नए निवेशक थे।
54% ने पहली बार निवेश किया
भारत उन शीर्ष तीन देशों में शामिल है जहां पिछले तीन महीनों में क्रिप्टो अपनाने की संख्या आसमान छू रही है। क्रिप्टो एक्सचेंज जेमिनी की एक रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में कराए गए एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। इसके अनुसार, भारत के 54 फीसदी से अधिक उत्तरदाता पिछले एक साल में पहली बार क्रिप्टोकरेंसी के निवेशक थे। वहीं ब्राजील और हांगकांग में से प्रत्येक में 51 फीसदी उत्तरदाताओं ने कहा कि उन्होंने पिछले एक साल में पहली बार क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया।
20 देशों में किया गया सर्वेक्षण
यह सर्वेक्षण नवंबर 2021 और फरवरी 2022 के बीच दुनियाभर के 20 देशों में किया गया। इसमें इन देशों के लगभग 30,000 व्यक्तियों की राय को शामिल किया गया। टॉप-3 देशों की बात करें तो इस सर्वे में भारत से 1706, ब्राजील से 1700 और हांगकांग से 1105 उत्तरदाता शामिल किए गए थे। इन उत्तरदाताओं की राय के आधार पर कंपनी ने अपनी विस्तृत सर्वे रिपोर्ट पेश की है, जिसमें यह खुलासा किया गया है।
महिलाओं की क्रिप्टो में दिलचस्पी बढ़ी
रिपोर्ट में एक और बात सामने आई है। दरअसल, सर्वे में पाया गया कि क्रिप्टोकरेंसी के अस्थिरता भरे बाजार में जहां दुनियाभर की दिलस्पी बढ़ रही है, वहीं इस मामले में महिलाएं पुरुषों से कतई पीछे नहीं हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, पहले से कहीं अधिक महिलाएं क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रही हैं। बता दें कि भारत में भी क्रिप्टो में निवेश करने वाली महिलाओं की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, भले ही सरकार ने देश में क्रिप्टो पर भारी भरकम टैक्स का नियम लागू किया हुआ है।
यूरोप में चाहने वाले सबसे अधिक
रिपोर्ट में पाया गया कि अन्य क्षेत्रों की तुलना में, यूरोप के देशों में क्रिप्टो के बारे में जानकारी पाने और आने वाले समय में इसमें निवेश करने की योजना बनाने वालों की संख्या सबसे अधिक पाई गई। आयरलैंड 58 फीसदी के साथ इस मामले में सबसे ऊपर था। इस मामले में भी महिलाओं का आंकड़ा बहुत आगे निकल गया। अगले साल पहली बार क्रिप्टो खरीदने की योजना बनाने वाले उत्तरदाताओं में से 47 फीसदी संख्या महिलाएं की थी।
इन देशों की महिलाओं में ज्यादा रुचि
जो महिलाएं अगले साल क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की योजना बना रही हैं, उनमें से आधी से ज्यादा महिलाएं इस्राइल, इंडोनेशिया और नाइजीरिया जैसे विकासशील देशों से थीं। इसके विपरीत, विकसित देशों और क्षेत्रों में, वर्तमान क्रिप्टो मालिकों में से केवल एक तिहाई महिलाएं हैं, जिनमें 32 फीसदी संयुक्त राज्य अमेरिका, 33 फीसदी यूरोप और 27 फीसदी ऑस्ट्रेलिया से हैं।
क्रिप्टो में निवेश को लेकर उत्साह
क्रिप्टो एक्सचेंज जेमिनी की रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनियाभर के इन 20 देशों में किए गए सर्वेक्षण में सामने आया कि सभी उत्तरदाताओं में से 41 फीसदी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने को लेकर बेहद उत्सुक या उत्साह से भरे हुए थे। ये वे लोग हैं जो फिलहाल किसी भी क्रिप्टो एसेट के मालिक नहीं हैं, लेकिन या तो उसके बारे में जानने में अधिक रुचि रखते हैं या फिर आने वाले समय में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं।
भारत में क्रिप्टो पर 50% टैक्स की सिफारिश
एक ओर जहां दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है, तो भारत भी इस मामले में खुद के सबसे ऊपर बनाए हुए है। ऐसे समय में भी जबकि भारत में सरकार ने क्रिप्टो एसेट से लाभ पर 30 फीसदी का भारी-भरकम टैक्स लगाया है। इसके साथ ही क्रिप्टो ट्रांजैक्शन पर एक फीसदी टीडीएस काटने का नियम भी लागू किया गया है। इस बीच मंगलवार को बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा के सदस्य भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि भारत को क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल संपत्ति पर कर लाभ पर 50 फीसदी तक टैक्स लगाने पर विचार करना चाहिए।