एक्शन में योगी सरकार ! मुख्तार अंसारी को लखनऊ ले जा रहे काफिले का वज्र वाहन हुआ खराब
बसपा के पूर्व विधायक और जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को पंजाब के रोपड़ से वापस बांदा जेल में बंद करने के एक साल बाद लखनऊ जेल में शिफ्ट किया जा रहा है। मुख्तार को सोमवार तड़के बांदा जेल से एंबुलेंस में बाहर निकाला गया और कड़ी सुरक्षा के बीच सड़क मार्ग से लखनऊ लाया जा रहा है। इस बीच जानकारी सामने आई कि मुख्तार अंसारी को लखनऊ ले जा रही एंबुलेंस के साथ वज्र वाहन खराब हो गया। गाड़ी ठीक करने वाले मिस्त्री को बांदा से बुलाया गया।
बता दें कि इसके पहले उनके बेटे और नवनिर्वाचित विधायक अब्बास बिन मुख्तार अंसारी ने कहा कि उन्हें डर है कि उनके पिता को रास्ते में नुकसान पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि साजिश के तहत मेडिकल कैंसिल करवा कर और फिर आधी रात को बांदा जेल से लखनऊ ले जाने की ये तैयारी बड़ी अनहोनी घटना की आशंका पैदा कर रही है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि रात लगभग 12:30 बजे उच्च अधिकारी बिना नंबर की इनोवा से बांदा जेल के अंदर दाखिल हुए हैं। अधिकारियों द्वारा कोई जवाब ना मिलना गंभीर शंका पैदा कर रहा है।
वहीं एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि अभी रात 1:20 मिनट पर सीएमओ जेल के अंदर पहुंचे हैं। अधिकारियों द्वारा कोई जवाब ना मिलना गंभीर शंका पैदा कर रहा है। वहीं रात तीन बजे उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कथित उच्च अधिकारी मीडिया के सवालों से बचते हुए बांदा जेल से बाहर निकले। अधिकारियों की चुप्पी सरकार को कटघरे मे खड़ा कर रही है।
बता दें कि सोमवार को जिस केस में मुख्तार अंसारी को लखनऊ की कोर्ट में पेश होना है उसे 27 अगस्त 2020 को लखनऊ के जियामऊ में लेखपाल सुरजन लाल ने हजरतगंज कोतवाली में दर्ज कराई थी। मुख्तार अंसारी और उसके दोनों बेटों पर आईपीसी की धारा 120 बी, 420, 467,468, 471 व सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 3 में केस दर्ज हुआ था।