Holi 2022: होली में ठंडाई पीने की केवल परंपरा ही नहीं है बल्कि सेहत को मिलते हैं कई फायदे भी
होली में गुजिया और बाकी पकवानों के साथ जो एक खास चीज बनाने की परंपरा है, वह है ठंडाई . होली के दौरान मौसम कुछ गर्म होने लगता है. ऐसे में ठंडाई के बिना होली का हर रंग अधूरा लगता है. इस बार होली का त्योहार 18 मार्च को मनाया जाएगा. इस दिन लोग जमकर रंग खेलते हैं और घर-घर में तरह-तरह के पकवानों के साथ ठंडाई बनाने और पीने-पिलाने का दौर भी चलता रहता है.
लेकिन, होली पर ठंडाई पीने की केवल परंपरा ही नहीं है, बल्कि ठंडाई कई बार इसलिए भी पी जाती है, क्योंकि इससे सेहत को कई फायदे मिलते हैं. दरअसल, होली में हम तरह-तरह के तले-भुने पकवान खाते हैं. कभी-कभी इनकी वजह से हमें कब्ज, एसिडिटी या फिर अपच जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ठंडाई के सेवन से ये दिक्कतें काफी हद तक दूर हो सकती हैं. आइए जानते हैं, ठंडाई के फायदों के बारे में.
एनर्जी देती है ठंडाई
ठंडाई में काफी मात्रा में पिस्ता बादाम आदि ड्राई फ्रूट्स मिलाए जाते हैं, इसलिए यह हमारे शरीर को ताकत और एनर्जी भी देती है. इसके अलावा ठंडाई से हमारे दिमाग को ठंडक पहुंचती है. इसमें केसर मिलाए जाने की वजह से यह एंटी-डिप्रेशन और एंटीऑक्सीडेंट के तौर पर भी काम करती है.
कब्ज की समस्या दूर करे
ठंडाई में मिलाई जाने वाली चीजों में खसखस भी शामिल होता है, जिसमें फाइबर व प्रोटीन के अलावा कैल्शियम व दूसरे मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो कब्ज और पेट में जलन जैसी दिक्कतें दूर करने में काफी कारगर हैं. होली के दौरान तरह-तरह के तले-भुने पकवान खाने की वजह से पैदा होने वाली ऐसी परेशानियों में ठंडाई का सेवन बहुत फायदेमंद है.
पाचन-तंत्र को फिट रखे ठंडाई
ठंडाई में मिलाई जाने वाली कुछ चीजें जैसे सौंफ पेट की जलन शांत करती है और उसे ठंडा बनाए रखती है. सौंफ में जलनरोधी यानी एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाई जाती है. साथ ही इससे ब्लोटिंग या पेट फूलने की समस्या भी नहीं होती. सौंफ से पाचन-तंत्र दुरुस्त बना रहता है.
इम्यूनिटी मजबूत बनाए ठंडाई
ठंडाई में डाले जाने वाले पोषक तत्वों की वजह से यह एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है, जो इम्यूनिटी को मजबूती देने में की-फैक्टर की भूमिका अदा करती है. अगर आप अपने इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाए रखना चाहते हैं, तो होली के मौसम में ठंडाई पीना भी इसका एक अच्छा विकल्प है.