रासायनिक-जैविक हथियारों को लेकर अमेरिका और रूस के बीच घमासान, जेन साकी बोली- रूस पर नजर रखनी चाहिए
अमेरिकाः रूस-यूक्रेन जंग में रूस द्वारा यूक्रेन पर रासायनिक या जैविक हथियारों से हमले की आशंका जताने पर अमेरिका व रूस में तकरार हो गई है। रूस ने ऐसी किसी योजना से साफ इनकार किया है, वहीं अमेरिका ने बाकायदा बयान जारी किया है। बयान में कहा गया है कि रूस यूक्रेन पर जैविक या रासायनिक हथियार से हमले की तैयारी कर रहा है। इस पर नजर रखनी चाहिए।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने दावा किया है कि रासायनिक व जैविक हमले की आशंका को लेकर हमारे पास चिंतित होने की अहम वजह है। संभव है रूस गलत कारण को आधार बनाकर रासायनिक हमला कर दे, वह पहले भी ऐसा करता आया है। साकी ने ट्वीट किया, ‘हमें यूक्रेन में कथित अमेरिकी जैविक हथियार लैब और रासायनिक हथियारों के विकास के बारे में रूस के झूठे दावों पर ध्यान देना चाहिए। हमने चीन के अधिकारियों को भी देखा है कि वह इस तरह के दावों का समर्थन कर रहे हैं, जो एक सुनियोजित साजिश है।
रूस ने अमेरिका पर लगाया इल्जाम
उधर, रूस ने भी दावा किया है कि उसने यूक्रेन में ऐसे जैविक हथियारों को खोज निकाला है जो अमेरिका के नेतृत्व में यहां रखे गए हैं। इन जैविक हथियारों का मकसद सैन्य इस्तेमाल है।
अमेरिका के पास नहीं है ऐसे हथियार
रूस के आरोप पर अमेरिकी प्रेस सचिव साकी ने कहा कि उनका देश रासायनिक व जैविक हथियार निषेध संधि का पूरी तरह पालन करता है। अमेरिका ऐसे हथियार न तो तैयार करता है और नहीं अपने पास रखता है।
नरम पड़े रूस के तेवर, जेलेंस्की भी रजामंद
उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने नाटो में शामिल होने की जिद छोड़ने का संकेत दिया है। इसके बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी नरमी दिखाई है। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जाखारोवा ने कहा है कि हमारा मकसद यूक्रेन की सरकार को गिराना नहीं, बल्कि उसे तटस्थ बनाना है। यूक्रेन से अगले दौर की वार्ता में और अधिक महत्वपूर्ण प्रगति की उम्मीद है।