2017 से पहले कोई नौकरी निकलती थी तो सैफई के चाचा-भतीजा वसूली के लिए निकल पड़ते थे: योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच में जनता को सम्बोधित करते हुए समाजवादी पार्टी को नया नाम दिया। उन्होंने कहा कि इनका नया नाम है दंगेश। जिन्होंने दंगों के सारे रिकार्ड तोड़ दिये थे। ये लोग जब आए थे वृद्धों, विधवाओं और दिव्यांगजनों की पेंशन रोक दी थी। गैंगेस्टरों को पेंशन देने का काम किया था। हमने उसको रोका उस पैसे को फिर से वृद्धजनों, विधवा महिलाओं और दिव्यांगजनों को पेंशन देने का काम शुरू किया।
सीएम योगी ने कहा कि इन लोगों ने उत्तर प्रदेश को कहाँ पहुंचा दिया था। इतनी बड़ी आबादी वाला राज्य अर्थव्यवस्था में छठे सातवें स्थान पर था। आज उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। जो भी उत्तर प्रदेश के हित में होगा वो हम करेंगे। लगातार हम इस यात्रा को आगे लेकर चल रहे हैं। नौजवानों के लिए नौकरी और रोजगार की योजना लेकर सरकार आई है। याद करिये 2017 से पहले कोई नौकरी निकलती थी तो सैफई के चाचा-भतीजा वसूली के लिए निकल पड़ते थे। महाभारत के सारे रिश्ते सैफई के परिवार में हैं। पांच लाख सरकारी नौकरी नौजवानों को मिली। प्रदेश के अंदर परंपरागत उद्यम को प्रोत्साहित करने के लिए एक जनपद एक उत्पाद के माध्यम से 1 करोड़ 61 लाख नौजवानों को रोजगार से जोड़ा गया।
उन्होंने कहा कि विकास की जिस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का काम यूपी में हो रहा है सब आपके सामने है। एक करोड़ नौजवानों को टैबलेट और स्मार्ट फोन दिया जा रहा है। 10 मार्च के बाद इसकी संख्या दो करोड़ होगी। ऑनलाइन एजुकेशन, ऑनलाइन प्रिपरेशन, ऑनलाइन एक्जामिनेशन के लिए डिजिटल एक्सेस का खर्चा भी सरकार वहन करेगी। नौजवानों को डिजिटल एक्सेस फ्री देंगे। हमारा नोजवान कोचिंग करने के लिए उसको जिले से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। सरकारी की मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग की सुविधा मिलेगी। वहीं कम्पटीशन की तैयारी करने का मौका मिलेगा।