बीजेपी प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल ने करहल में की दोबारा वोटिंग कराने की मांग, लगाए ये आरोप
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान रविवार को संपन्न हो गया। इस चरण में करहल में भी वोटिंग हुई। मतदान के बाद यहां से भाजपा प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल ने समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर बूथ कैप्चरिंग और मतदाताओं को डराने-धमकाने के आरोप लगाए हैं।
बघेल ने सोमवार को 64 बूथों पर कैप्चरिंग की लिखित शिकायत चुनाव आयोग से की है। सबूत के तौर पर उन्होंने दन्नाहार के बूथ नंबर 110 का वीडियो भी जारी किया है। आरोप लगाया कि इस बूथ पर कई महिलाओं को खड़ा करके लगातार वोट डलवाए जा रहे थे।
एसपी सिंह बघेल ने चुनाव आयोग को भेजे शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि ‘मतदाताओं ने मुझसे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा विभिन्न प्रकार से बूथ कैप्चरिंग किए जाने की शिकायत की है। कुछ मतदाताओं ने शिकायत की है कि उन लोगों को सपा कार्यकर्ताओं ने धमकाया है कि आज तो पुलिसवाले हैं, हमेशा नहीं रहेंगे। इस बार प्रदेश में सपा की सरकार बनेगी। 10 मार्च के बाद तुम्हें देख लेंगे।’
उन्होंने आगे आरोप लगाते हुए कि ‘कई मतदाताओं के वोट सपा कार्यकर्ताओं ने डाले। यह भी आरोप है कि मतदाताओं को मारा पीटा भी गया। धमकी दी गई कि चुपचाप अपने घर वापस चले जाओ तुम लोगों का वोट डाल दिया गया। जिनके वोट अभी नहीं पड़े हैं उनके वोट हम लोग ही डालेंगे। बघेल का आरोप है कि डर और दहशत के कारण बहुत से मतदाता स्वतंत्र मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाए हैं। ऐसे में जिन बूथों पर गड़बड़ी हुई हैं, उन बूथों पर दोबारा मतदान कराया जाए।’
एसपी सिंह बघेल ने शिकायती पत्र में 12 मतदाताओं के नाम का जिक्र किया है, जिन्होंने इस तरह की शिकायतें की है। उन 64 बूथों का भी उल्लेख किया गया है, जहां गड़बड़ी होने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने यह शिकायती पत्र मुख्य निर्वाचन आयुक्त दिल्ली, मुख्य निर्वाचन आयुक्त उत्तर प्रदेश लखनऊ, जिला निर्वाचन अधिकारी मैनपुरी को भेजकर मामले में कार्रवाई की मांग की है।
करहल सीट से सपा मुखिया अखिलेश यादव पहली बार विधानसभा चुनाव लड़े हैं। भाजपा ने केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल को इसी सीट से उतारा है। । करहल में रविवार को मतदान हुआ। 48 साल बाद दूसरी बार इस सीट पर सबसे ज्यादा मतदान हुआ है। करीब 64 फीसदी वोट डाले गए।