लखनऊ : नौ माह पहले मर चुके व्यक्ति को दिखा दिया वैक्सीनेटेड
राजधानी में वैक्सीनेशन के नाम पर लगातार फर्जीवाड़ा सामने आ रहा है। स्वास्थ्य विभाग रिकॉर्ड बनाने की होड़ में मुर्दों को भी वैक्सीन डोज लगवा दे रहा है। तमाम लोगों को बिना टीका लगे वैक्सिनेटेड दिखा दिया गया। इतना ही नहीं कई ऐसे लोगों को टीके की दोनों डोज लगी दिखा प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया, जिनका काफी समय पहले निधन हो चुका है। ऐसा ही एक और मामला सामने आया है। इसमें त्रिवेणीनगर निवासी शख्स को दूसरी डोज लगने का मेसेज भेजा गया, जबकि उनका नौ माह पहले ही निधन हो चुका है।
करीब एक महीने के अंदर बीकेटी के बाद अब इंदिरानगर में नौ महीने पहले मर चुके व्यक्ति को दूसरी डोज लगाने का प्रमाणपत्र जारी कर डाला, जबकि इस व्यक्ति की कोरोना संक्रमण के चलते दूसरी लहर में ही मौत हो गई थी।
त्रिवेणीनगर निवासी आलोक जैन के अनुसार उनके बड़े भाई विवेक जैन ने 11 अप्रैल को इंदिरानगर सीएचसी में वैक्सीन की पहली डोज लगवाई थी। कुछ दिन बाद वह कोरोना संक्रमित हो गये और 19 अप्रैल को उनकी मौत हो गई। 31 जनवरी को उनके मोबाइल नंबर पर मैसेज आया कि विवेक जैन को टीके की दूसरी डोज लग गई है। वह कोविन पोर्टल से वह प्रमाणपत्र डाउनलोड कर सकते हैं। भाई को लगा किसी चूक की वजह से मैसेज आ गया होगा। जब उन्होंने प्रमाणपत्र डाउनलोड किया तो उसमें भी दूसरी दोनों डोज लगने का प्रमाण पत्र लोड हो गया।
पूरे मामले में वैक्सिनेशन के नोडल अधिकारी डॉ. एमके सिंह ने मामले की जानकारी से इनकार करते हुए जांच करवाने और दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही है।