हैवानियत की हदें पार: महिला मांगती रही रहम की भीख , दरिंदों ने पीटकर किया अधमरा
हैवानियत की हदें पार: महिला मांगती रही रहम की भीख , दरिंदों ने पीटकर किया अधमरा
देश की राजधानी दिल्ली के विवेक विहार इलाके में गणतंत्र दिवस के दिन हुई घटना में दरिंदगी की हदें पार कर दी गईं। इस घटना ने पूरे देश को ही शर्मसार कर दिया। शुक्रवार को पीड़िता के साथ ही हैवानियत का एक ऐसा वीडियो सामने आया, जिस देख दिल दहल उठा। वीडियो में दिख रहा कि एक कमरे में बंद कर एक लड़का व महिला दरिंदों की तरह महिला पर डंडे और बेल्ट बरसा रहे हैं। महिला को जानवरों की तरह पीटा जा रहा है। महिला रहम की भीख मांग रही है, महिला को नंगा करने की बात की जा रही है। महिला पानी मांग रही है तो उसे पेशाब पिलाने की बात की जा रही है। कमरे में ही उसके कैंची और उस्तरे से बाल काटे जा रहे हैं। इन सब का वीडियो भी आरोपियों ने बनाकर वायरल किया। सूत्रों का कहना है कि वीडियो इसलिए वायरल किया गया ताकि लोगों में उनके प्रति खौफ बना रहे।
सूत्रों का कहना है कि महिला को अधमरा करने के बाद महिलाओं ने अपने सामने ही अपने लड़कों से उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के लिए कहा। हालांकि इसका वीडियो नहीं बनाया गया, लेकिन महिला के साथ जो कुछ भी हुआ उसने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। महिला रहम की भीख मांगते-मांगते बेहोश हो गई, लेकिन इतनी दरिंदगी करने के बाद भी इनका गुस्सा नहीं थमा। पीड़िता के चेहरे पर कालिख पोतकर उसे गली-गली घुमाकर इसका वीडियो बनाकर भी वायरल किया गया। शुक्रवार को महिला की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर देखा गया तो लोगों ने उसकी जमकर आलोचना की।
सोशल मीडिया पर लोगों ने महिलाओं और पुरुषों के खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लेने के लिए कहा। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियें का कहना है कि आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों वीडियो और फोटों को इकट्ठा कर आरोपियों को कड़ी सजा दिलवाने की तैयारी की जा रही है। जल्द ही मामले में कुछ और लोगों की गिरफ्तारी की जाएगी।
मानसिक सदमें में पीड़िता, पुलिस ने सुरक्षा के नाम की खानापूर्ति
विवेक विहार इलाके में हैवानियत की शिकार हुई पीड़िता गहरे मानसिक सदमे में है। परिवार का कहना है कि गहरे सदमे के कारण वह ठीक से खाना भी नहीं खा पा रही है। वारदात के बाद पुलिस ने उसका प्राथमिक उपचार कराने के बाद उसकी काउसंलिंग भी कराई थी।
पीड़िता की हालत यह है कि वह ठीक से बोल भी नहीं पा रही है। परिवार का कहना है कि दबंग आरोपी कभी भी उनके परिवार को निशाना बना सकते हैं। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के कहने पर पुलिस ने खानापूर्ति करने के लिए पीड़िता के घर के बाहर तीन पुलिस कर्मियों को परिवार की सुरक्षा के लिए बिठा दिया है। लेकिन उनको परिवार की सुरक्षा से कोई मतलब नहीं है। पीड़िता के घर में कौन आ रहा है कौन जा रहा है, इससे भी उनको कोई मतलब नहीं था।
पीड़िता की छोटी बहन ने आरोप लगाया है कि आरोपी लगातार उनके परिवार पर उसकी बहन का पता बताने का दबाव बना रहे थे। पिछले करीब दो माह से उन्हें कई बार धमकाया गया। गत 19 जनवरी को आरोपियों ने उसके परिवार पर हमला कर उनका ऑटो जला दिया।
उसकी मौसी को भी पीटा गया। पीड़िता की बहन ने दावा किया कि उसने 19 जनवरी को विवेक विहार थाने में जाकर आरोपियों की शिकायत की तो उनकी एक न सुनी गई। उनको थाने से टरका दिया गया। पुलिस अधिकारी शिकायत मिलने की बात से साफ इंकार कर रहे हैं।
पीड़िता की बहन ने बताया कि उसके पिता चार साल से बिस्तर पर हैं, वह अकेली अपनी रक्षा कैसे करेगी। उसका कहना था कि अभी तो मामला गर्म है तो उनके परिवार की सुनी जा रही है, लेकिन कुछ ही दिनों बाद उसके परिवार का पता नहीं क्या होगा। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी परिवार को आगे भी सुरक्षा देने की बात कर रहे हैं।