तिहाड़ जेल के कैदी ने निगल लिया मोबाइल फोन, एक्सरे देख चौंक गए सभी डॉक्टर्स
हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया, जब तिहाड़ जेल में बंद कैदी ने पकड़े जाने के डर से मोबाइल निगल लिया। दिल्ली के जीबी पंत के डॉक्टर बिना सर्जरी के एंडोस्कोपी मशीन की मदद से कैदी के पेट से मोबाइल बाहर निकालने में सफल रहे। डॉक्टर का दावा है कि अब तक 10 ऐसे मामले में पेट से मोबाइल निकाल चुके हैं। यही नहीं, पेट में ड्रग्स की पोटली हो, टूथब्रश हो या फिर सूई ही क्यों नहीं हो, डॉक्टरों ने एंडोस्कोपी की मदद से इन सामानों को पेट से बिना सर्जरी निकालने में सफलता प्राप्त की है।
दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल में जांच के दौरान एक कैदी ने अधिकारियों के हाथों पकड़े जाने के डर से एक मोबइल फोन को निगल लिया। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि एंडोस्कोपी करने के बाद कैदी के शरीर से मोबाइल निकाला गया। कैदी के पेट में रखे मोबाइल से संबंधित एक्स-रे का कथित वीडियो भी मिला है।
डॉक्टरों ने एंडोस्कोपी के जरिये उसके शरीर से मोबाइल फोन निकाला। हालांकि अब कैदी की हालत स्थिर है। महानिदेशक संदीप गोयल ने घटना की जानकारी दी।
संदीप गोयल के अनुसार घटना पांच जनवरी को हुई जब जेल कर्मचारी जांच कर रहे थे। कर्मचारी जैसे ही सेंट्रल जेल नंबर 1 में बंद कैदी के पास पहुंचे, उसने फोन निगल लिया। अधिकारियों ने कहा कि कैदी को दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया और बाद में इलाज के लिए जीबी पंत अस्पताल भेजा गया। गोयल ने बताया कि चिकित्सकों ने एंडोस्कोपी के जरिये उसके शरीर से मोबाइल फोन निकाला। अधिकारी ने बताया कि कैदी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और वह वापस जेल में है और उसकी हालत स्थिर है।