पिछली सरकार में नौकरियां निकलते ही चाचा-भतीजा वसूली पर निकल पड़ते थे: सीएम योगी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सालभर जो विद्यार्थी मेहनत नहीं करता है, जिसको कॉन्सेप्ट क्लियर नहीं होता है…उसको घबराहट ज्यादा होती है। मुझे लगता है कि मैं उन विद्यार्थियों में से हूं जिसने पूरी तन्मयता व प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया है। कोविड की दो वेव को हमने सफलतापूर्वक नियंत्रित किया है। थर्ड वेव के संक्रमण में तीव्रता है, लेकिन यह उतनी क्रिटिकल व खतरनाक नहीं है। बीमारी में सतर्कता व जागरूकता जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोरोना कालखंड में विपक्ष गायब था। मुझे लगता है उन पार्टियों का नाम लेने से मेरी जुबान ही खराब होगी। हमने कोरोना कालखंड में ‘सेवा ही संगठन’ का नारा दिया था, हम सभी मानवता की सेवा में अपना योगदान दे रहे थे। फर्स्टवेव में लॉकडाउन के दौरान कुछ राज्यों ने हमारे श्रमिकों व कामगारों के साथ दुर्व्यवहार किया था। उनकी बिजली-पानी के कनेक्शन कटवा दिए व प्रताड़ित कर पलायन के लिए मजबूर किया।
सीएम योगी ने कहा कि हमने बस-ट्रेन से उनको गंतव्य तक पहुंचाया था। 2017 से पहले प्रदेश में जब कोई नौकरी निकलती थी तो उन लोगों में विवाद होता था कि इसकी वसूली कौन करेगा?चाचा-भतीजे में विवाद का कारण यही था। भाई-बहन में विवाद का कारण यही है। 2017 से पहले प्रदेश में दंगे होते थे। पेशेवर अपराधियों को सम्मानित किया जाता था। सरकार व पुलिस दंगाइयों के सामने गिड़गिड़ाती थी। 2017 के बाद परिवर्तन आया है। आज दंगाई बिल के अंदर छिपे हुए हैं या दूसरी लोक की यात्रा पर जा चुके हैं।
सीएम योगी ने कहा कि 2012 से 2017 के बीच में 500 से अधिक दंगे हुए थे। 2017 के बाद प्रदेश में ‘जीरो’ दंगे हुए यह फर्क साफ है। किसी भी एंटी सोशल व एंटी नेशनल एलिमेंट्स के साथ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के साथ हमारी सरकार निपटती है। मुझे प्रदेश की 25 करोड़ की जनसंख्या की खुशहाली का ध्यान रखना है। अगर जनता के हित के लिए किसी पेशेवर माफिया पर बुलडोजर चलाना आवश्यक है तो हम वह भी चलाएंगे। मुझे प्रसन्नता है कि हमारी सरकार ने यह काम किया है: जो सरकार प्रदेश के लिए कुछ नहीं करेगी तो वह ‘अनुपयोगी’ रहेगी। 2003 से 2017 के बीच में जो तीन सरकारें आई थीं, वह प्रदेश के लिए ‘अनुपयोगी’ थीं। प्रदेश व देश के विकास में बाधक थीं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब तक हम लोग चुनावी समर में हैं तब तक अपनी बात कहेंगे। जब सत्ता में होंगे तो सिंहासन पर बैठने के बाद समदृष्टि सबके प्रति होगी, तब कोई अपना-पराया नहीं। मुझे प्रसन्नता है कि डबल इंजन की सरकार ने प्रदेशवासियों को लाभ दिया है।