राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे कानपुर, चौधरी हरमोहन के शौर्य को किया याद
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद अपनी पत्नी सविता कोविंद संग बुधवार को उत्तर प्रदेश के कानपुर पहुंचे। जहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। वे यहां सपा नेता हरमोहन सिंह यादव के जन्म शताब्दी समारोह में पहुंचे हैं।
कानपुर से विशेष लगाव
समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि ”कानपुर से उन्हें विशेष लगाव है। इसके यादें उनकी जेहन में है। उन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव का जिक्र करते हुए कहा कि अनेक सेनानियों के नाम इतिहास के पन्नों में गुम हो गए हैं।” अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि चौधरी हरमोहन सिंह मुझे कहा करते थे कि क्षेत्र का विकास न हो रहा हो तो शिक्षण संस्थान खोल देने चाहिए। बच्चे शिक्षित होंगे तो भविष्य में विकास जरूर होगा। चौधरी साहब ने वही किया।
साथ काम करने का मौका मिला
उन्होंने आगे कहा कि ”हरमोहन सिंह और मुझे साथ काम करने का मौका मिला। ट्रेनों में साथ-साथ यात्राएं कीं। घर का खाना और पकवान लाते थे। बर्थ में बैठे सभी को खिलाते थे। उन्हें इस बात से मतलब नहीं था कि कोई परिचित है या नहीं। वे कहते थे साथ वाला व्यक्ति जान पहचान का भले न सही मगर हमसफर है। यह बात मुझे आज भी प्रेरणा देती है।”
उन्हें शौर्य चक्र से भी सम्मानित किया
चौधरी हरमोहन के शौर्य को याद करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि ”1984 के दंगों में उन्होंने साहस का परिचय देते हुए दंगाईयो से सिखों को बचाया था। इसके लिए उन्हें शौर्य चक्र से भी सम्मानित किया गया।”