सरकारी अस्पतालों में जीका वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए: योगी आदित्यनाथ

लखनऊ। जीका वायरस के प्रसार को खत्म करने के लिए योगी सरकार लगातार कदम उठा रही है। सीएम योगी ने पहले ही निजी अस्पतालों के लिए जीका वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज करना अनिवार्य कर दिया है। इसके अलावा जीका और डेंगू के लिए कोई दहशत न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए एकीकृत कमांड सेंटर के माध्यम से बुखार के मामलों की निगरानी की जा रही है।
जीका को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा लागू किए गए कड़े नियंत्रण तंत्र के तहत, स्वास्थ्य कार्यकर्ता बड़े पैमाने पर स्वच्छता, राज्यव्यापी निगरानी अभियान, लार्वा विरोधी रसायनों के छिड़काव, फॉगिंग और सफाई अभियान कर रहे हैं।
सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर वायरल फीवर, वेक्टर जनित बीमारियों और अन्य लक्षणों वाले संक्रमितों की पहचान कर रहे हैं। अधिकारी पोस्टरों की मदद से जीका को रोकने के लिए निवारक उपायों पर जागरूकता पैदा करने के लिए भी काम कर रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में जीका वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।