आज ही के दिन क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने लिया था खेल से संन्यास, जानें कैसे बना था उनके लिए ये दिन बेहद ख़ास
क्रिकेट के इतिहास में 16 नवंबर की तारीख बेहद ही ख़ास मानी जाती है। आज ही के दिन साल 2013 में क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने संन्यास लिया था। सचिन ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच अपने घर यानी मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। ये उनका 200वां टेस्ट था और वो आखिरी बार इसी दिन मैदान पर उतरे थे।
74 रन की पारी खेली थी
इस टेस्ट में सचिन ने 74 रन की पारी खेली थी और वो टेस्ट के दूसरे दिन फर्स्ट स्लिप में कैच आउट हो गए थे। उनका विकेट नरसिंह देवनारायण ने लिया था और तीसरे दिन तो यह मैच भारत पारी और 126 रन से जीत गया था। मुंबई टेस्ट जीतने के साथ ही भारत ने सीरीज भी 2-0 से जीत ली थी। इस मैच के साथ ही सचिन के ठीक 24 साल 1 दिन लंबे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का अंत हो गया था। क्योंकि सचिन को डेब्यू कैप 15 नवंबर 1989 को सौंपी गई थी। लेकिन उन्होंने, पहली बार 16 नवंबर को कराची में टेस्ट बल्लेबाज के रूप में पहली गेंद खेली थी।
16 नवंबर का दिन बेहद खास
24 साल के अपने शानदार क्रिकेट करियर में सचिन ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं। लेकिन उनका स्वभाव हमेशा विनम्र रहा। फैंस, खेल के दिग्गजों के मन में उनके लिए जितना प्यार था, उतनी ही गहरी इज्जत भी। उनके लिए बीसीसीआई और टीम इंडिया ने 16 नवंबर का दिन बेहद खास बनाया था।
स्पेशल जर्सी पहनकर खेलने उतरे
बीसीसीआई ने सचिन को सम्मान देने के लिये परंपरा से हटकर टीम इंडिया की जर्सी में बोर्ड के लोगो के नीचे ‘सचिन रमेश तेंदुलकर 200वां टेस्ट’ लिखवाया था और टीम के सभी खिलाड़ी सचिन के आखिरी टेस्ट में यही स्पेशल जर्सी पहनकर खेलने उतरे थे।
पिच को प्रणाम किया
इसके बाद उन्होंने स्टेडियम का चक्कर लगाया था। 24 साल तक भारतीय क्रिकेट का बोझ अपने कंधों पर उठाने वाले सचिन को साथी खिलाड़ियों ने अपने कंधों पर बैठा लिया था। इसके बाद उन्होंने पिच को प्रणाम किया और वो फिर ड्रेसिंग रूम की तरफ चले गए।
34 हजार से ज्यादा रन बनाए
सचिन ने 24 साल लंबे करियर में 200 टेस्ट, 463 वनडे और 1 टी20 खेला. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में। उन्होंने शतकों का शतक भी पूरा किया।
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