कानपुर के बाद अब लखनऊ में मिले ज़ीका वायरस के मरीज़, हड़कंप
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हुसैनगंज इलाके में एक पुरुष और कृष्णानगर इलाके में एक महिला में जीका वायरस मिलने से संबंधित क्षेत्रों में हड़कंप मच गया। मामले की जानकारी मिलते ही स्वास्थ विभाग बीमारी को लेकर अलर्ट हो गया है और रात में ही ट्रेसिंग और टेस्टी का काम शुरू हो गया है। प्रदेश में ज़ीका वायरस के कुल 111 मामले हो गए हैं। इसकी पुष्टि सीएमओ डॉ मनोज अग्रवाल ने की है।
जीका वायरस के प्रति जागरूक किया
इलाके में संक्रमित मिलने के बाद फॉगिंग और कान्टैक्ट ट्रेसिंग के दौरान लोगों की काफी भीड़ जुट गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इलाके के लोगों को जीका वायरस के प्रति जागरूक किया। लोगों को वायरस के लक्षण और बचाव के बारे में जानकारी दी गई। कानपुर, कन्नौज में पहले ही जीका वायरस के मरीज मिल चुके हैं। ऐसे में इन जगहों से आने वालों पर खास नजर रखने की सलाह दी गई है। बुखार पीड़ितों की डॉक्टर से सलाह लेने को कहा गया है। मच्छरदानी लगाकर ही सोने की हिदायत दी गई है।
ज़ीका वायरस के लक्षण डेंगू के समान
स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि बुखार पीड़ित यात्रियों की जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। इन मरीजों की निगरानी भी कराई जा रही है। कोविड कमांड सेंटर से इन लोगों से नियमित सेहत का हाल लेने के निर्देश हैं। ताकि बाद में लक्षण नजर आने पर समय पर मरीज की पहचान और इलाज मुहैया कराया जा सके। ज़ीका वायरस के लक्षण डेंगू के समान हैं। किसी व्यक्ति को संक्रमित मच्छर से काटे जाने से बीमारी हो सकती है। बुखार पीड़ित के शरीर पर यदि चकत्ते नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। लक्षण दिखने पर इसे नज़रअंदाज़ करने की गलती न करें। डॉक्टर आपके द्वारा की गई किसी स्थान की यात्रा सहित जो भी सवाल पूछे, उनका बिल्कुल सही जवाब दें।
लक्षण
आंखें लाल होना, सिर में दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, लक्षण आमतौर पर दो से सात दिनों तक चलते हैं, घबराहट, बेचैनी, कुछ मामलों में जीका से लकवा हो सकता है, कुछ को बुखार, चकत्ते, जोड़ों में दर्द की समस्या
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