हिमाचल प्रदेश के दिग्गज कांग्रेस नेता जीएस बाली का निधन, लंबे समय से थे बीमार
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हिमाचल प्रदेश के दिग्गज कांग्रेस नेता जीएस बाली का 67 साल की उम्र में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वह दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे। बाली के निधन की जानकारी उनके बेटे रघुबीर सिंह ने दी है। जीएस बाली के निधन की ख़बर से नगरोटा बगवां, कांगड़ा समेत समूचे हिमाचल प्रदेश में शोक की लहर है।
लोगों के दिलों में हमेशा रहेंगे
रघुबीर सिंह ने कहा कि ”बड़े ही दुखद मन से सूचित करना पड़ रहा है कि मेरे पूजनीय पिताजी और आप सबके प्रिय जीएस बाली जी अब हमारे बीच नहीं रहे।” उन्होंने कहा कि मेरे पिताजी हमेशा कहते थे, “जीएस बाली दुनिया में रहे या न रहे वो अपने लोगों के दिलों में हमेशा रहेंगे । पिताजी भले ही दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके आदर्श और मार्गदर्शन हमारे और आपके दिलों में हमेशा कायम रहेंगे।”
हिमाचल प्रदेश में शोक की लहर
जीएस बाली के पार्थिव शरीर को एयर एंबुलेंस के जरिए दिल्ली से कांगड़ा लाया जाएगा। बीमारी के दौरान उनके बेटे और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव आरएस बाली समेत पूरा परिवार उनके साथ ही था। जीएस बाली के निधन की ख़बर से नगरोटा बगवां, कांगड़ा समेत समूचे हिमाचल प्रदेश में शोक की लहर है।
नागरिक सुधार सभा के संस्थापक मुखिया भी थे
GS बाली नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ते रहे हैं। वह हिमाचल नागरिक सुधार सभा के संस्थापक मुखिया भी थे। साथ ही हिमाचल सोशल बॉडी फेडरेशन के बाली पहले उपाध्यक्ष फिर अध्यक्ष भी रहे। बाली 1990 से लेकर 1997 तक अखिल भारतीय कांग्रेस विचार मंच के संयोजक की भूमिका भी निभाई थी। इसके अलावा, 1995 से 1998 तक कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के 1993 से 1998 तक सह-सचिव की जिम्मेदारी उनके पास थी। जीएस बाली ने 1998 में पहली बार कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़ा और विधानसभा पहुंचे.उसके बाद 2003, 2007 और 2012 में भी चौथी बार विधायक बनने का मौका मिला।