इन तीन योगासनों से करें थायरॉइड की समस्या को बाय-बाय, जानिए-
नई दिल्ली: योग, हमारे समग्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। शरीर में ऊर्जा को संतुलित करने से लेकर, लचीलापन बढ़ाने और तनाव की समस्या से छुटकारा दिलाने तक के लिए योग के लाभ का जिक्र मिलता है। कई प्रकार की गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के लिए भी योग को लाभदायक माना जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक तनाव की समस्या हाइपोथायरायडिज्म का कारक हो सकती है। योग गुरुओं के मुताबिक कुछ योग मुद्राएं थायरॉइड के स्तर को संतुलित करने के साथ इसकी जटिलताओं को कम करने में सहायक हो सकती हैं।
थायरॉइड, गले में स्थित एक छोटी ग्रंथि होती है जो कई आवश्यक हार्मोन स्रावित करती है। ये हार्मोन व्यक्ति के मेटाबॉलिज्म, शरीर के तापमान और विकास के लिए आवश्यक होते हैं। थायरॉइड का बढ़ना और कम होना, दोनों ही स्थितियां शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं। इस लेख के माध्यम से आज हम आपको बताएंगे कि किन योगासनों से थायरॉइड की समस्या को दूर किया जा सकता है।
ब्रिज पोज
ब्रिज पोज योग, पीठ और रीढ़ की हड्डी को मजबूती देने के लिए प्रयोग में लाया जाता रहा है। अध्ययनों से पता चलता है कि इस योग से थायरॉइड के लक्षणों को कम करने में भी मदद मिल सकती है। इस योगासन को करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं। अपने पैरों को कंधे की चौड़ाई से थोड़ा अलग करते हुए घुटनों को मोड़ लें। हथेलियों को खोलते हुए हाथ को बिल्कुल सीधा जमीन पर सटा कर रखें। अब सांस लेते हुए कमर के हिस्से को ऊपर की ओर उठाएं, कंधे और सिर को सपाट जमीन पर ही रखें। सांस छोड़ते हुए दोबारा से पूर्ववत स्थिति में आ जाएं।
कोबरा पोज
थायरॉइड में कोबरा पोज योगासन के फायदों का जिक्र मिलता है। विशेषज्ञों के मुताबिक कोबरा पोज गले और थायरॉयड को उत्तेजित करने में सहायक माना जाता है। कोबरा मुद्रा के लिए जमीन पर लेट जाएं और अपनी हथेलियों को फर्श पर कंधे की चौड़ाई से अलग रखें। अपने निचले शरीर को जमीन पर रखते हुए श्वास लें और अपनी छाती को फर्श से उठाते हुए छत की ओर देखें। सांस छोड़ते हुए अपने शरीर को फर्श पर दोबारा लेकर आएं। इस योग को रोजाना 5-10 मिनट तक करें।
कैट-काउ पोज
योग विशेषज्ञों के मुताबिक थायरॉइड की समस्या से परेशान लोगों के लिए कैट-काउ पोज का अभ्यास करना काफी फायदेमंद हो सकता है। गले में रक्त के प्रवाह को निरंतर जारी रखने के लिए इस योगासन के काफी लाभ मिल सकते हैं। इस योगासन को करने के लिए सबसे पहले अपनी कलाइयों और घुटनों की मदद से चौपाया जानवरों जैसी मुद्र बना लें। अब गहरी श्वास लें और छोड़ें। इसके बाद सांस लेते हुए छत की ओर देखें और सांस छोड़ें। इस योग को रोजाना 5-10 मिनट तक करें।