प्रदेश

प्राइमरी स्‍कूलों के बच्‍चों के लिए मिशन प्रेरणा की ई पाठशाला बनी वरदान

लखनऊ। कोरोना काल के दौरान प्रदेश के प्राइमरी स्‍कूलों में शुरू की गई ई पाठशाला बच्‍चों के लिए वरदान साबित हो रही है। क्‍लास रूम के साथ प्राइमरी स्‍कूल के छात्र यू ट्यूब, वाट्सअप, दूरदर्शन पर दिखाए जा रहे शैक्षिक कार्यक्रमों के जरिए सीख रहे हैं। मिशन प्रेरणा के ई पाठशाला के जरिए विभाग की ओर से बनाए गए यू ट्यूब चैनल पर शिक्षकों व बच्‍चों के लिए 6.15 लाख कंटेंट अपलोड किए जा चुके हैं। खास बात यह है कि 1.03 लाख कंटेंट देखा जा चुका है। इसके साथ शिक्षक क्‍लास रूम के साथ वॉट्सएप ग्रुप भी छात्रों की दिक्‍कतों को दूर कर रहे हैं।

कोरोना काल के दौरान मिशन प्रेरणा के तहत बेसिक शिक्षा विभाग ने ई पाठशाला को शुरू किया था। जिसका दायरा अब बढ़ चुका है। इसमें मिशन प्रेरणा यू-ट्यूब चैनल शिक्षकों व बच्‍चों के लिए गाइड का काम कर रहा है। इसमें विशेषज्ञों के तैयार किए गए उच्‍च गुणवत्‍ता के कंटेंट अपलोड किए जाते हैं। इससे शिक्षकों को भी बच्‍चों को पढ़ाने के लिए काफी कंटेंट व पढ़ाने के नए तरीके मिल जाते हैं। विभाग की ओर से कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों के लिए अब 6 लाख से अधिक कंटेंट अपलोड किया जा चुका है। इसके अलावा दीक्षा पोर्टल के माध्‍यम से 4 हजार से अधिक विडियोज व विजुअल शिक्षण सामग्री शिक्षकों को उपलब्‍ध कराई जा चुकी है। शिक्षण सामग्री के जरिए शिक्षक बच्‍चों को रूचिकर एवं प्रभावी तरीके से पढ़ा रहे हैं।

पहल के जरिए सीखेंगे छोटे बच्‍चे

पूर्व प्राथमिक कक्षाओं के छात्रों को सीखाने के लिए विभाग ने यूनिसेफ के सहयोग से एक्टिविटी बेस्‍ड पुस्तिका पहल को विकसित किया है। इसके जरिए छोटे बच्‍चों को आसानी से अक्षर ज्ञान आदि सिखाया जा सकता है। विभाग की ओर प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी केन्‍द्रों पर इस पुस्‍तक को उपलब्‍ध कराया जाएगा। इसके साथ 1.63 लाख आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी। हाल ही में सरकार ने आंगनबाड़ी केन्‍द्रों को प्री प्राइमरी स्‍कूल के रूप में डेवलप करने की बात कही थी।

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