सावित्री बाई फूले को यूपी पुलिस ने मारा थप्पड़, खींचा बाल…. विडिओ वायरल
लखनऊ: उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के बाद पूरा यूपी राजनितिक अखाड़ा बन गया है । हर कोई बस आगामी चुनाव के लिए अपनी अपनी दाल गलाने में लगा हुआ है। हालाँकि, जिस तरह यूपी पुलिस विपक्ष के नेताओं के साथ व्यवहार कर रही है वो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और कानून-व्यवस्था पर कई सवाल खड़ा करता है।
इसी कड़ी में अब भाजपा की सांसद सावित्री बाई फुले को हिरासत में लेने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि लखीमपुर खीरी जा रहीं फुले को यूपी पुलिस बालों से खींचकर, जानवरों की तरह सुलूक करते हुए बड़ी ही बेशर्मी से गाड़ी में बैठा रही है।
सावित्री बाई फुले के वीडियो में ये भी देख सकते हैं कि महिला पुलिसकर्मी फुले को घसीटती हुई नजर आ रही हैं, साथ ही जब फुले विरोध करती हैं तो उनके बाल पकड़कर जबरन गाड़ी में धकेल देती हैं जिसके चलते वो असंतुलित होकर दूसरी तरफ गिर जाती हैं।
आपको बताते चलूँ कि सावित्री बाई फुले ने अपने साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर मीडिया को बताया और कहा कि “मेरे साथ काफी बदतमीजी की गई है। लखीमपुर में जिन किसानों की मौत हुई है, उनमें से एक उनका परिचित था, जिसे मिट्टी देने के लिए वो उनके घर जा रही थीं।”
उन्होंने आगे कहा, “हम सिर्फ 3 लोग ही गाड़ी में थे। पुलिस ने कहा कि आप वहां नहीं जा सकते हैं। इसके बाद हमारे चाचा जी पर डंडा मार दिया। जब मैंने इसका विरोध किया तो महिला पुलिस को बुलाकर मेरे साथ बदसलूकी की गई। मुझे थप्पड़ मारा, बाल से खींचा और गाड़ी में भी बहुत कुछ किया। साथ ही उन्होंने बताया कि पुलिस ने उनसे चीखकर कहा कि पुलिस का कानून चलेगा, संविधान-संविधान चिल्लाती रहती हो। और अनुभव प्रताप सिंह, जो दरोगा था उसने मुझे गालियां दीं। मुझे पीठ और जांघ में चोट लगी है।”
आपको बता दें, दलित समूदाय से संबंध रखने वाली सावित्री फुले ने आगे बताया, “दरोगा ने लगातार गालियां दी और कई राउंड घुमाए। कई घंटे बाद एक थाने में मुझे नजरबंद कर दिया। शाम 6 बजे मेरी कोरोना की जांच की गई और इसके बाद मैं जमानत लेकर आई। मैं विधायक और सांसद रह चुकी हूं और आज मेरे साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को तुरंत हटा देना चाहिए, क्योंकि सरकार चलाना इनके बस का नहीं है।”