लखीमपुर खीरी में हिंसा के बाद प्रदेश में मचा बवाल , अखिलेश यादव समेत कई सपा नेता पुलिस की हिरासत में
लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा के बाद पूरा यूपी इस वक्त राजनीतिक अखाड़े में तब्दील हो गया है। विपक्षी नेता लखीमपुर जाकर किसानों से मिलना चाहते हैं लेकिन प्रशासन सख्त है। रोके जाने पर अखिलेश यादव लखनऊ में सड़क पर ही धरने पर बैठ गए थे, जिसके बाद उनको हिरासत में लिया गया।
कई कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने हिरासत में लिया
बता दें कि अखिलेश यादव के साथ सपा नेता रामगोपाल यादव और कई कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने हिरासत में लिया। अखिलेश के घर के बाहर एसपी कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। आरोप है कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की जीप को भी आग में फूंक दिया। अखिलेश यादव को आज सुबह लखीमपुर खीरी जाना था लेकिन उससे पहले गौतमपल्ली स्थित उनके आवास के बाहर ट्रक लगाकर बैरिकेडिंग कर दी गई थी। इस दौरान नाराज प्रदर्शनकारियों ने कथित रूप से पुलिस जीप में आग लगा दी थी। वहीं पुलिस का विरोध करते हुए तमाम कार्यकर्ताओं के साथ अखिलेश धरने पर बैठ गए थे। एसपी अध्यक्ष के धरने के बीच पुलिस ने उन्हें उठाकर ईको गार्डन पहुंचाया है।
चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी
इससे पहले प्रियंका गांधी को सीतापुर में हिरासत में लिया गया था। लखीमपुर खीरी में रविवार को किसान प्रदर्शन के दौरान हुए हादसे और उसके बाद हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे ने उन किसानों पर कार चढ़ाई थी। लखीमपुर खीरी मामले में संयुक्त किसान मोर्चा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा है। इसमें गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा को हटाने, उनके बेटे आशीष मिश्रा पर 302 के तहत हत्या का केस दर्ज करने, जांच के लिए SIT के गठन की मांग की गई है।