पीएम मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन शहरी और अमृत योजना का दूसरा चरण किया लॉन्च, जानिए क्या है इस प्रोजेक्ट की खासियत ?
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन शहरी और अमृत योजना के दूसरे चरण की लॉन्चिंग की है। दिल्ली स्थित अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में पीएम नरेंद्र मोदी ने इन योजनाओं के दूसरे चरण की लॉन्चिंग करते हुए कहा कि हमारा मकसद हर शहर को कूड़ा मुक्त करना है। पीएम मोदी ने कहा कि देश में हर दिन लाखों टन कूड़ा एकत्र होता है। शहरों में कूड़े के पहाड़ खड़े हो गए हैं। उन्होंने कहा कि इस कूड़े की प्रोसेसिंग की जाएगी और शहरों के आसपास कूड़े के पहाड़ को पूरी तरह से खत्म किया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि इसके अलावा हमारा मकसद जगह पर जल की उपलब्धता सुनिश्चित कराना है। पीएम मोदी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन और शहरी विकास के लिए बनी अमृत योजना का यही मकसद है कि सभी शहर कूड़े से मुक्त रहें और जल की पर्याप्त उपलब्धता रहे। इस मौके पर शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद थे।
इस मौके पर पीएम मोदी ने बाबा साहेब आंबेडकर को याद करते हुए कहा कि स्वच्छ भारत मिशन और मिशन अमृत का अगला चरण बाबा साहेब के सपनों को पूरा करने की दिशा में भी एक अहम कदम है। बाबा साहेब असमानता दूर करने का बहुत बड़ा माध्यम शहरी विकास को मानते थे। नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हमें ये याद रखना है कि स्वच्छता, एक दिन का, एक पखवाड़े का, एक साल का या कुछ लोगों का ही काम है, ऐसा नहीं है। स्वच्छता हर किसी का, हर दिन, हर पखवाड़े, हर साल, पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाला महाअभियान है। स्वच्छता जीवनशैली है, स्वच्छता जीवन मंत्र है।’
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि दूसरे चरण में हम शहरों में सीवेज और सेफ्टी मैनेजमेंट पर भी काम करेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना है कि गंदे नाले जाकर नदियों में न गिरें। इस मौके पर हरदीप पुरी ने स्वच्छ भारत मिशन का श्रेय पीएम नरेंद्र मोदी को देते हुए कहा कि उन्होंने इसे जनांदोलन में तब्दील कर दिया था। इसीलिए इतनी बड़ी कामयाबी मिली है। हरदीप पुरी ने कहा, ‘स्वच्छ भारत मिशन लाखों टॉयलेट्स बनाने और वेस्ट प्रॉसेसिंग को 70 फीसदी तक लाने की वजह से कामयाब नहीं हुआ है। यह इसलिए हुआ क्योंकि पीएम नरेंद्र मोदी ने इस प्रोजेक्ट को जनांदोलन का स्वरूप दे दिया।’
पीएमओ ने कहा कि ये दोनों फ्लैगशिप योजनाएं देश के विकास के लिए बेहद अहम हैं। खासतौर पर तेजी से हो रहे शहरीकरण के चलते इनकी अहमियत बढ़ गई है। केंद्र सरकार ने सस्टेनेबल डिवेलपमेंट गोल्स 2030 तय किए हैं। इन्हें हासिल करने में इन दो स्कीमों की अहम भूमिका होगी।