तालिबान के कब्जे के बाद अफगानी महिलाओं का हाल बेहाल, नाबालिग लड़कियों की जबरन करवाई जा रही है शादी
नई दिल्ली: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद हालात बिगड़ते चले जा रहे हैं। इस बीच, अफगानिस्तान एयरस्पेस को बंद कर दिया गया है। सबसे बड़ा खतरा नाबालिग लड़कियों और युवाओं पर है। बीते दिनों से ही जब से तालिबानी लड़ाकों ने काबुल की ओर बढ़ना शुरू किया था, तब ये लगातार खबरें आ रही थीं कि तालिबानियों द्वारा नाबालिग लड़कियों की जबरन शादी करवाई जा रही है, कुछ जगहों पर लूटपाट और रेप की घटनाओं की भी बात कही गई।
आपको बता दें, अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान अब लड़कियों के लिए सर्च अभियान चला रहा है। तालिबान की तरफ से इमामों को कहा गया है कि वो उन लड़कियों की लिस्ट सौंपे जिनकी उम्र 12 साल से ज्यादा है। इसके साथ ही तालिबान ने उन महिलाओं की लिस्ट भी इमामों से मांगी है, जिनके शौहरों की मौत हो चुकी है। तालिबान के आतंकी लड़कियों की खोज में घर घर तलाशी अभियान चला रहे हैं। जिसकी काफी आलोचना की जा रही है, लेकिन तालिबान पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। खासकर सुरक्षाबलों की विधवाओं के साथ तालिबानी आतंकी काफी बर्बरता से पेश आते हैं। अफगान मानवाधिकार प्रहरी ने कहा कि ”तालिबान ‘विवाह जिहाद’ चला रहा है, जिसकी दुनियाभर में विरोध की जानी चाहिए”।
तालिबान के कब्जे के बाद अब अफगानिस्तान की महिलाओं से उनकी आज़ादी पूरी तरह से छीन ली जाएगी। महिलाओं का जीना दूभर हो जाएगा। उन्हें ना घर से बाहर जानें की इजाजत होगी ना ही अपनी पसंद के कपडे पहनने की। बुरखे में रहने को मजबूर महिलाएं अब गुलाम की तरह अपनी जिंदगी एक बोझ की तरह बिताएंगी।
दरअसल, करीब 20 साल पहले, अमेरिका के नेतृत्व में दावा हुआ कि अफगानिस्तान से तालिबानी शासन का अंत हो गया है। अभी ज्यादा वक्त नहीं गुजरा है और हालात यह हैं कि अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी विदेश भाग चुके हैं, काबुल में तालिबान की एंट्री हो चुकी है। एक डर जो मन में कहीं छिपा बैठा था कि तालिबान के वापस आते ही दमन और अत्याचारों का दौर शुरू होगा, वह अब सच साबित होने लगा है। मगर ऐसा भी न समझें कि पिछले 20 साल बड़े शांति से गुजरे। अमेरिका और उसकी साथी सेनाओं का अफगानिस्तान पर पूरा नियंत्रण कभी था ही नहीं। हिंसा लगातार जारी रही और नतीजा आज हम सबके सामने है।