प्रदेश में अब तक कुल 6,81,37,752 कोरोना सैंपल की जांच की गई है: नवनीत सहगल
लखनऊ। अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के 3टी ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट अभियान के साथ-साथ अभिनव प्रयोग से कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को नियंत्रित करने में सफलता मिली है। इस अभिनव प्रयोग में कोरोना संक्रमण में निरन्तर कमी आ रही है। प्रदेश में गत दिन केवल 27 नये सक्रिय मामले होने के बावजूद, टेस्टिंग कम नहीं की जा रही है। गत एक दिन में कुल 2,39,909 सैम्पल की जांच की गयी है। प्रदेश में अब तक कुल 6,81,37,752 सैम्पल की जांच की गयी है। प्रदेश में संक्रमण का रिकवरी दर 98.6 प्रतिशत तथा प्रदेश में संक्रमण पाजिटिविटी दर 0.01 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में प्रदेश में विगत 24 घंटे में 63 लोग तथा अब तक 16,85,555 लोग कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के कुल 505 एक्टिव मामले तथा 354 लोग होम आइसोलेशन में है।
नवनीत सहगल ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन का कार्य निरन्तर किया जा रहा है। संक्रमण बढ़ने न पाये इसलिए टारगेटेड समूह में टीकाकरण किया जा रहा है। प्रदेश में विगत 24 घंटे में 5,23,594 डोज लगायी गयी है। प्रदेश में पहली डोज 4,64,30,534 तथा दूसरी डोज 86,18,231 तथा अब तक कुल 5,50,48,765 डोजें लगायी गयी हैं, जो देश में सर्वाधिक है। उन्होंने ने बताया कि निगरानी समितियों तथा स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के माध्यम से घर-घर सर्वेक्षण करके संक्रमण की जानकारी ली जा रही है तथा टेस्ट भी कराये गये। आवश्यकतानुसार लक्षण युक्त लोगों को आइसोलेट किया जाए या अस्पतालों में भर्ती कराया जाए। उन्होंने बताया कि सर्विलांस के माध्यम से सरकारी मशीनरी द्वारा उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ की जनसंख्या में से अब तक लगभग 17.24 करोड़ से अधिक लोगों से उनका हालचाल जाना गया है।
नवनीत सहगल ने बताया कि संभावित तीसरी लहर से बचने की समुचित व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही है। प्रदेश में बच्चों के लिए लगभग 6,700 से अधिक आई0सी0यू0/पीकू बेड तैयार कर लिये गये है। चिकित्सा शिक्षा द्वारा 19 हजार से अधिक डॉक्टर व नर्साें का प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है तथा अस्पतालों में आवश्यक उपकरणों व संयंत्रों को 31 अगस्त तक पूर्णतया स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ-साथ अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति में आत्मनिर्भर हो इसके लिए 556 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किये गये हैं जिनमें से 293 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं। शीघ्र ही सभी ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो जायेंगे। उन्होंने बताया कि संभावित तीसरी लहर के लिए आवश्यक स्वास्थ्य उपकरण भी खरीदे जा रहे है।
नवनीत सहगल ने बताया मुख्यमंत्री जी द्वारा कोविड-19 प्रबंधन हेतु गठित टीम-09 में निर्देश दिये गये है कि माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक और व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में भौतिक रूप से पठन-पाठन प्रारंभ हो रहा है। इसके दृष्टिगत, 18 वर्ष से अधिक विद्यार्थियों के टीकाकरण के लिए विश्वविद्यालय/स्कूल/कॉलेज परिसर में ही टीकाकरण शिविर लगाए जाएं। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शिक्षकों/कार्मिकों की उपस्थिति हो रही है, आवश्यकतानुसार इन विद्यालय परिसर में भी टीकाकरण शिविर आयोजित किए जायेंगे। उन्होंने बताया कि माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक और व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में 50 फीसदी क्षमता के साथ भौतिक रूप से पठन-पाठन प्रारंभ किया जाए। सभी जगह कक्षायें दो पाली में चलें। कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाए।
नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी स्वयं बाढ़ राहत कार्यों की निरन्तर समीक्षा कर रहे है। मुख्यमंत्री जी ने इटावा, औरैया, हमीरपुर व जालौन क्षेत्रों का दौरा किया तथा बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया। मुख्यमंत्री जी द्वारा सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जहां कहीं भी तटबंध है उनकी निगरानी रखे व जलस्तर का लगातार अनुश्रवण करते रहे। प्रदेश के राहत आयुक्त श्री रणवीर प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के वर्तमान में सभी तटबन्ध सुरक्षित हैं, कहीं भी किसी प्रकार की चिन्ताजनक परिस्थिति नहीं है। गत 24 घंटे में प्रदेश में 13.1 मि0मी0 औसत वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा से 8.5 मि0मी0 के सापेक्ष 154 प्रतिशत है। इस प्रकार प्रदेश में 01 जून, 2021 से अब तक 452.2 मि0मी0 औसत वर्षा हुई, जो सामान्य वर्षा 452.7 मि0मी0 के सापेक्ष 100 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि गंगा-कचलाब्रिज बदायूं, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी गाजीपुर, बलिया, यमुना नदी- प्रयागराज, औरैया, जालौन, हमीरपुर, बांदा, बेतवा नदी-हमीरपुर, शारदा-नदी पलियाकलॉ खीरी, तथा क्वानों चन्द्रदीपघाट गोण्डा एवं चम्बल नदी में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है। प्रदेश के वर्षा से प्रभावित जनपदों मंे सर्च एवं रेस्क्यू हेतु एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 तथा पी0ए0सी0 की कुल 59 टीमें तैनाती की गयी है, 1463 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है तथा 504 मेडिकल टीमें लगायी गयी है। एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 द्वारा 536 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।