मानसून सत्र में विपक्ष के हंगामे के बावजूद कई विधेयक हुए पारित, लोकसभा-राज्यसभा कल तक के लिए स्थगित
नई दिल्ली: पेगासस जासूसी कांड की जांच की मांग को लेकर विपक्षी दलों ने अब तक सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी है। मॉनसून सत्र के 9वें दिन भी विपक्ष के हंगामें के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही को चारू रूप से नहीं चलाया जा सका। भारी हंगामें के चलते लोकसभा और राज्यसभा को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। विपक्ष ने साफ कर दिया है कि जब तक सरकार चर्चा के लिए राजी नहीं होगी तब तक संसद का संग्राम ठप नहीं होगा। वहीं, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद में हंगामा करने वाले सांसदों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही होता रहा तो सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। सरकार ने लोकसभा में दो और राज्यसभा में एक विधेयक पारित कर यह साफ संदेश दे दिया है कि विपक्ष के दबाव की उसे परवाह नहीं।
विपक्ष के हंगामें के बीच कोकोनट डेवलपमेंट बोर्ड (संशोधन) विधेयक, 2021 भी राज्यसभा में पारित हो गया। राज्यसभा को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
शिरोमणि अकाली दल ने किसानों के मुद्दे पर संसद में प्रदर्शन किया। हरसिमरत कौर बादल (SAD) ने कहा, ‘9 दिनों से मैं रोज स्थगन प्रस्ताव दे रही हूं। अगर सरकार चर्चा चाहती तो स्थगन प्रस्ताव स्वीकार करके समय देती। ये अन्नदाता विरोधी सरकार है।
विपक्ष के हंगामे को अनसुना करते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने अनुपूरक मांगों के साथ विनियोग विधेयक और दिवालिया कानून में संशोधन से जुड़े विधेयक पारित करा लिए। आज भी सरकार का पूरा ध्यान बीलों को पास कराने पर ही होगा।